श्योपुर: जिले के विजयपुर नगर में सिद्ध पहाड़ी, जहां कभी नगर वन बनाने की योजना बनाई गई थी. अब इस पर माफियाओं की नजर है. या यूं कहे कि माफियाओं के आगे स्थानीय प्रशासन नतमस्तक हो चुका है. यह बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करना साफ बयां कर रही है. कार्रवाई का ढोल पीटने वाली स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई पर अब कई सवालियां प्रश्न चिह्न लग रहे है. ऐसा ही कुछ हुआ विजयपुर नगर में, जहां शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार मैडम सिद्ध बाबा की पहाड़ी पर पहुंची थी.
विजयपुर नगर के लोगों ने मैडम की कार्रवाई पर आस लगा रखी थी कि उन माफियाओं पर एक्शन होगा. पंरतु ऐसा देखने को नहीं मिला मैडम साहिबा उल्टे पैर बिना कार्रवाई के वापस लौट आई. मैडम साहिबा ने तर्क दिया कि खाली ट्रालियों पर क्या कार्रवाई करूं. जबकि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें मैडम साहिबा के सामने जेसीबी मशीन से ट्रैक्टर ट्रॉली भरते और उनके सामने जाते हुए नजर आ रहे है. आखिर इस कार्रवाई को क्या नाम दे.
कार्रवाई करने पहुंची तहसीलदार मैडम लौटी खाली हाथ
विजयपुर नगर से सटी सिद्ध बाबा पहाड़ी, जहां कभी नगर वन बसाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब यह जगह अवैध खनन का अड्डा बन गई है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, यहां से रोजाना 50 ट्रॉली तक मुरम निकाली जा रही है. शुक्रवार को भी जब यहां से अवैध खनन हो रहा था, तभी तहसीलदार विजयपुर अमिता सिंह मौके पर पहुंच गईं. उन्हें वहां 4 ट्रैक्टर और एक जेसीबी मिली. ट्रैक्टरों में से एक में मुरम भी भरी थी, लेकिन तहसीलदार ने मौके पर पहुंचने के बाद भी एक की भी जब्ती नहीं की. दलील दी कि खाली मिले, इसीलिए जब्ती नहीं बनती. इस संबंध में कार्रवाई प्रतिवेदन बनाकर वरिष्ठों को भेजा जाएगा.
बनाया जाना था नगर वन
यहां बता दें कि तत्कालीन वनमंत्री रामनिवास रावत के समय इस पहाड़ी पर हरियाली लाने और नगर वन बनाने की योजना बनी थी, लेकिन जमीन पर तस्वीर उलट है. पहाड़ी का सीना रोजाना जेसीबी और ट्रैक्टरों से छलनी किया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि यह खनन बिना विभाग की मिलीभगत के संभव नहीं है. ग्रामीण कहते हैं कि शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं होती और ट्रॉली बेखौफ दिन-रात निकलती रहती हैं.
सोशल मीडिया पर तहसीलदार मैडम की कार्रवाई पर सवाल उठे
अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रही है. जिसमें तहसीलदार मैडम सिद्ध बाबा पहाड़ी पर कार्रवाई करने के लिए पहुंचती है और फिर मुस्कुराते हुए वापस लौटटी दिखाई दे रही है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन इन माफियाओं के आगे नतमस्तक है. इसलिए राजस्व प्रशासन बिना कार्रवाई के वापस लौट आया. हालांकि मैडम साहिबा इस मामले में कोई भी बातचीत करना नहीं चाहती है.
तहसीलदार मैडम का बयान- खाली थे इसलिए छोड़ा
इस संबंध में जब तहसीलदार मैडम अमिता सिंह तोमर से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मैं जब पहुंची, तो ट्रैक्टर मिले, पर सभी खाली थे. इसीलिए उन्हें जाने दिया, जो स्थिति मिली, उसका प्रतिवेदन बनाकर वरिष्ठों को कार्रवाई प्रस्ताव के साथ भेजा जा रहा है.