श्योपुर: श्मशान घाट के रास्ते में जलभराव, पानी के बीच से ले जानी पड़ी अर्थी…घाट पर टीन शेड तक नहीं 

श्योपुर: जिले के विजयपुर इलाके के इकलौद गांव में 17 वर्षीय बालिका की मौत होने पर जलभराव के बीच से गुजरकर ग्रामीण श्मशान घाट पहुंचें और पानी के बीच में स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया है. ग्रामीणों के अनुसार, इकलौद गांव निवासी सोनाराम धाकड़ की 17 साल की बेटी पिंकी को साइलेंट अटैक आ गया था. जिसे परिजन विजयपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर पहुंचे डॉक्टरों ने पिंकी का उपचार किया, पंरतु उसकी मौत हो चुकी थी. 17 साल की लड़की की मौत के बाद परिजनों में शौक का माहौल है.

शनिवार को ग्रामीण जब गांव के पास श्मशान घाट पर जा रहे थे. तभी उनका रास्ता जल भराव और कीचड़ ने रोक दिया. जैसे तैसे ग्रामीण उस रास्ते को पार भी कर चुके थे. जैसे ही ग्रामीण और परिजन श्मशान घाट पर पहुंचे तो बहा पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव देखने को मिला न तो श्मशान घाट पर टीनशेड की व्यवस्था मिली न ही पानी और बैठने के लिए भी ग्रामीणों को कोई व्यवस्था नहीं मिली. जिससे ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

ग्रामीणों ने कहा- सरपंच-सचिव की मिलीभगत से गांव का नहीं हुआ विकास 

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव की मिलीभगत से गांव में आज भी विकास नहीं हुआ है. ग्रामीण भले ही पंचायत के जिम्मेदारों को बोल बोल कर थक गए हैं, पंरतु उन्होंने ग्रामीणों की कोई भी मदद आज तक नहीं की है. पंचायत के सरपंच और सचिव के खिलाफ जब तक एक्शन नहीं होगा तब तक जिले में कोई भी विकास नहीं हो सकता. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार भले ही पंचायत के विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहीं हो. पंरतु पंचायत के जिम्मेदार उस पैसे को अपना पैसा समझ कर डकार रहे हैं. कलेक्टर अर्पित वर्मा गांव की हालात को मौके पर आकर देखे उनको खुद पता चला जाएगा कि आखिर गांव का कैसा विकास हो रहा है.

पंचायत में आई विकास की राशि सरपंच-सचिव और उपयंत्री की जेब में जा रही 

ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में कई निर्माण कार्य हो रहे है, पंरतु धरातल पर कुछ भी निर्माण कार्य नहीं है. सब कार्य कागजों में चल रहे हैं. पंचायत के सरपंच सचिव और उपयंत्री की मिलीभगत से लाखों रुपए की सीसी जारी होकर पैसा निकाला जा रहा है. पंचायत में विकास की बात तो दूर विकास की कोई उम्मीद भी नहीं की जा सकती विकास तो पंचायत से लापता हो चुका है. उस विकास को अगर कोई ढूंढ कर जाएगा तो बह है जिले के कलेक्टर अर्पित वर्मा तब जाकर पंचायत में विकास हो सकेगा.

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