पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा जय गुजरात का नारा लगाए जाने को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में नया बवाल खड़ा हो गया है, जहां कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने इसे महाराष्ट्र और मराठी अस्मिता का अपमान बताया, वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खुलकर शिंदे के बचाव में आ गए हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे का बचाव करते हुए कहा कि यह नारा किसी राज्य या भाषा के प्रेम को कम या ज्यादा दिखाने का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह कार्यक्रम की भावना और समुदाय के सम्मान में कहा गया था.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
फडणवीस ने कहा, सिर्फ इसलिए कि शिंदे ने जय गुजरात कहा, इसका ये मतलब निकाल लेना कि उन्हें महाराष्ट्र से कम और गुजरात से ज्यादा प्रेम है. यह संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है, और मराठी मानुष को ऐसी सोच शोभा नहीं देती.
शरद पवार को दिलाई ‘जय कर्नाटक’ की याद
फडणवीस ने विपक्ष पर भी हमला करते हुए कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है. उन्होंने कहा, विपक्ष अब जनता से कट चुका है. उन्हें ये भी नहीं पता कि जनता के मन में क्या है. इसलिए वे ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं, जिनका जनमानस से कोई लेना-देना नहीं है. मुख्यमंत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार का एक पुराना उदाहरण भी दिया. उन्होंने याद दिलाया कि जब पवार ने कर्नाटक के चिकोडी में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर भाषण दिया था, तब उन्होंने भी मंच से जय महाराष्ट्र, जय कर्नाटक का नारा दिया था.
फडणवीस ने सवाल उठाया, क्या इसका मतलब यह है कि शरद पवार को कर्नाटक से ज्यादा प्रेम है और महाराष्ट्र से कम? ऐसा नहीं है. हम जिस राज्य में जाते हैं, वहां की जनता की भावना के अनुसार सम्मान जताते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी राजनीतिक नेता देश के अलग-अलग हिस्सों में जाते हैं और वहां की भाषा, संस्कृति और लोगों का आदर करते हैं. यह भारत की विविधता और एकता का प्रतीक है, न कि किसी क्षेत्र के प्रति वफादारी की परीक्षा.
फडणवीस ने कहा, हम सबसे पहले भारतीय हैं. कोई भी नेता जब किसी विशेष समुदाय या राज्य के लोगों के बीच भाषण देता है, तो वहां की सांस्कृतिक भावना का सम्मान करता है. इसे मराठी अस्मिता से जोड़ना बिल्कुल अनुचित है.
शिंदे के नारे पर मचा घमासान
दरअसल, पुणे के जयराज स्पोर्ट्स एंड कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में शिंदे ने अपने भाषण के अंत में कहा जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात. चूंकि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गुजराती समुदाय के लोग मौजूद थे और अमित शाह स्वयं गुजरात से हैं, इसलिए शिंदे ने यह नारा लगाया.
वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिंदे के भाषण का वीडियो शेयर करते हुए तीखा हमला किया. उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा, शहा सेना, शहा सेना! — जो सीधे-सीधे शिंदे पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप था.