shitanshu kotak batting coach: भारतीय टीम अपने नए मिशन के लिए पूरी तरह तैयार है. उसे अपने ही घर में इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है. इसका पहला मुकाबला 22 जनवरी को खेला जाएगा. टी20 के बाद दोनों टीमों के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज भी खेली जाएगी.
मगर इस सीरीज से पहले भारतीय टीम में एक बड़ा बदलाव किया गया है. सितांशु कोटक को भारतीय टीम का बल्लेबाजी कोच बनाया गया है. वो इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से ही अपनी यह जिम्मेदारी संभाल लेंगे. बता दें कि टी20 सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव संभालेंगे.
इससे पहले हेड कोच भी बन चुके हैं सितांशु
सितांशु इससे पहले 2023 में भारतीय टीम में बतौर हेड कोच भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. उन्होंने यह जिम्मेदारी तब संभाली थी, जब राहुल द्रविड़ हेड कोच थे और वो आयरलैंड दौरे पर नहीं गए थे. तब सितांशु कोटक को राहुल द्रविड़ की गैरमौजूदगी में पहली बार भारतीय टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी मिली थी. इस बार उन्हें बैटिंग कोच बनाया गया है.
हेड कोच बनने से पहले भी सितांशु भारतीय टीम के साथ 2022 में दो दौरों पर गए थे. वो 2019 से भारत-ए टीम के साथ भी जुड़े रहे. सितांशु को इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने सौराष्ट्र की तरफ से डोमस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है.
कुछ ऐसा रहा है सितांशु कोटक का क्रिकेट करियर
सितांशु ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 130 मैच खेले हैं. इनमें वह 41.76 के एवरेज से 8061 रन बना चुके हैं. इन 130 मैचों की 211 पारियों में सितांशु के 15 शतक और 55 अर्धशतक शामिल है. वहीं 130 मैचों में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 70 विकेट चटकाए हैं.
52 साल के सितांशु का लिस्ट-ए क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन है. उन्होंने लिस्ट-ए के 89 मैचों में 42.23 की एवरेज के साथ 3083 रन बनाए हैं. इन मैचों में सितांशु के 3 शतक और 26 अर्धशतक शामिल है. वहीं वह 89 मैचों में 54 विकेट भी चटका चुके है. सितांशु का लिस्ट-ए क्रिकेट में गेंदबाजी का सर्वश्रेष्ठ प्रद्रर्शन 43 रन देकर 7 विकेट है.
टीम में नहीं था कोई स्पेशल बैटिंग कोच
इससे पहले भारत के कोचिंग स्टाफ में आधिकारिक तौर पर कोई स्पेशल बैटिंग कोच नहीं था. स्टाफ में हेड कोच गौतम गंभीर के अलावा मोर्ने मोर्केल (गेंदबाजी कोच), अभिषेक नायर (सहायक कोच), रेयान टेन डोएशेट (सहायक कोच) और टी दिलीप (फील्डिंग कोच) शामिल हैं. अब बतौर बैटिंग कोच सितांशु की एंट्री हुई है.
ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही इस तरह की उम्मीद थी
भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे और हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में लगातार हार के बाद, कोचिंग स्टाफ की भूमिका और कार्यप्रणाली की भारी आलोचना हुई है. खासतौर पर विराट कोहली जिस तरह ऑस्ट्रेलियाई सीरीज में लगातार आफ स्टम्प के बाहर की गेंद से छेड़खानी करते हुए आउट हुए थे.
11 जनवरी को मुंबई में रिव्यू बैठक में सपोर्ट स्टाफ की भूमिका पर चर्चा की गई, इस दौरान रोहित शर्मा और विराट कोहली के फॉर्म पर भी चर्चा हुई. यही यह एक कारण है कि कोचिंग स्टाफ में नए लोगों को शामिल करने की जरूरत समझी जा रही थी.