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बांग्लादेश की यूनुस सरकार को झटका, ट्रंप ने अमेरिकी सहायता पर लगाई रोक

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश की यूनुस सरकार को बड़ा झटका दिया है. उन्होंने बांग्लादेश को दी जाने वाली अमेरिकी मदद पर तत्काल रोक लगा दी है. यूएसएआईडी ने पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है.

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इसमें ट्रंप के हालिया कार्यकारी आदेश का हवाला दिया गया है. इसमें यूएसएआईडी/बांग्लादेश कॉन्ट्रैक्ट, वर्क ऑर्डर, ग्रांट, कोऑपरेटिव एग्रीमेंट या अन्य सहायता या अधिग्रहण साधन के तहत किसी भी कार्य को तुरंत बंद या निलंबित करने का आदेश दिया गया है.

अमेरिका की सत्ता संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक के बाद एक कई बड़े और कड़े फैसले ले रहे हैं. उन्होंने कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी है. कुछ दिन पहले उन्होंने यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता पर रोक लगा दी थी. रूस से जारी जंग में बाइडेन सरकार यूक्रेन को काफी मदद पहुंचाती रही लेकिन ट्रंप ने सत्ता में आते ही इसे बंद कर दिया.

यूनुस सरकार पर संकट के बादल!

दरअसल, मोहम्मद यूनुस को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन का करीबी माना जाता है. डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम मोहम्मद यूनुस को बाइडेन समर्थित नेता मानते हैं और उनकी सरकार को हटाने के लिए विकल्प की तलाश में हैं. ट्रंप प्रशासन ने अगले महीने होने वाले नेशनल ब्रेकफास्ट प्रेयर्स में बीएनपी नेताओं को भी आमंत्रित किया है.

इस बैठक के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका बांग्लादेश में जल्द चुनाव कराने का दबाव बनाएगा. शेख हसीना की सरकार के 5 अगस्त 2024 को देश छोड़ने के बाद से मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की सत्ता पर काबिज हैं.

ट्रंप के फैसले से दुनिया में खलबली

हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि सरकार की तरफ से 85 दिनों के अंदर सभी विदेशी सहायता की आंतरिक समीक्षा करने को कहा गया है. ट्रंप के अमेरिका की कमान संभालते ही पूरी दुनिया में खलबली मची हुई है. उनके फैसले से सभी हैरान हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद उन्होंने कुछ ही घंटों में जो बाइडेन के कई फैसलों एक झटके में पलट दिया. देश से लेकर विदेश तक अमेरिकी नीतियों में कई बदलाव की बात कही. इसमें अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने, बच्चों की नागरिकता खत्म करने जैसे कई फैसले शामिल हैं.

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