“ID दिखाओ वरना कवर मत करो!” – इंस्पेक्टर की धमकी से गरमाया सड़क हादसे का मामला

सोनभद्र: बीती रात सोनभद्र के डाला-तेलगुरुवा मार्ग पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें बालू कारोबारी की बोलेरो ने गलत साइड से आकर एक कमांडर गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी.इस जबरदस्त टक्कर में कमांडर में सवार आठ लोग घायल हो गए, जिनमें से कई गंभीर रूप से जख्मी हैं.हद तो तब हो गई जब मौके पर पहुंचे पत्रकारों को कवरेज से रोका गया और पुलिस अधिकारी से तीखी झड़प हो गई, जिससे अधिकारी के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.

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कैसे हुआ हादसा? रॉन्ग साइड से आई मौत की सवारी

जानकारी के अनुसार, दुद्धी के निवासी अपने रिश्तेदारों के यहां ओबरा-खैरटीया गांव से लौट रहे थे। रात लगभग 10 बजे, तेलगुरुवा से थोड़ा आगे, जहाँ बालू डंपिंग का कार्य चल रहा है, वहीं से यह हादसा हुआ। सूत्रों और स्थानीय व्यक्तियों के मुताबिक, यह बोलेरो (नंबर: UP64AX4718) एक बालू व्यवसायी की थी। बालू डंपिंग की तरफ से अचानक और गलत दिशा में सड़क पर आ जाने से दुद्धी जाने वाली कमांडर गाड़ी उससे जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कमांडर में बैठे लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए.

 

घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल, अस्पताल में हड़कंप

इस दुर्घटना में कमांडर में सवार लगभग आठ लोग चोटिल हुए हैं। घायलों में चार महिलाएं, तीन बच्चे, ड्राइवर सहित दो पुरुष शामिल हैं.कुछ लोगों के सिर, हाथ, कमर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं.जिनकी हालत गंभीर है, ऐसे एक महिला और दो पुरुषों को जिला सामुदायिक केंद्र रेफर कर दिया गया है.वहीं, बोलेरो में ड्राइवर सहित कुल दो पुरुष सवार थे, जिनकी चोटों के बारे में विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिल पाई है.

 

दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा और घायलों को बिना देरी किए बिना एंबुलेंस बुलाकर चोपन सामुदायिक केंद्र ले जाया गया, जहाँ उनका तत्काल इलाज शुरू किया गया.

 

पुलिस और पत्रकार के बीच तकरार: ‘मैं अलग किस्म का इंस्पेक्टर हूं!

हादसे को कवर करने पहुंचे स्थानीय पत्रकारों को उस समय अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब चोपन थाना के एक सब-इंस्पेक्टर ने उन्हें तस्वीरें और वीडियो लेने से रोक दिया.सब-इंस्पेक्टर ने पत्रकार का आइडेंटिटी कार्ड मांगा, जिस पर पत्रकार ने बताया कि वे 24 घंटे आईडी कार्ड लेकर नहीं चलते और बाद में दिखाने की बात कही.लेकिन, सब-इंस्पेक्टर ने उनकी बात नहीं सुनी और बहस करने लगे.

 

पत्रकार ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, “क्या ज़माना है, सच्चाई की आवाज़ उठाने वाले लोगों को सब-इंस्पेक्टर द्वारा रोका जा रहा है.” सब-इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर यह भी कहा, “अब ऐसा नहीं होगा, मैं अलग किस्म का इंस्पेक्टर हूं.” इस पर पत्रकार ने अधिकारी के व्यवहार पर सवाल उठाते हुए कहा, “भाई साहब आप इंस्पेक्टर होंगे, मगर जनता के लिए हैं और पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान के लिए हैं.

 

जांच जारी, सड़क सुरक्षा और मीडिया अधिकारों पर बहस तेज

फिलहाल, पुलिस ने इस मामले की गहन जाँच शुरू कर दी है, ताकि दुर्घटना के कारणों और जिम्मेदारियों का पता लगाया जा सके.इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और खासकर गलत साइड से ड्राइविंग के खतरों को उजागर किया है.साथ ही, सार्वजनिक हित की खबरों को कवर कर रहे पत्रकारों के अधिकारों और अधिकारियों के व्यवहार को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है.अधिकारी के ऐसे व्यवहार को लेकर स्थानीय लोगों और पत्रकार समुदाय में चर्चा गर्म है.

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