श्रावस्ती: श्रावस्ती जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. इन शिक्षकों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा गंभीर कार्रवाई की गई है, और सभी को जेल भेज दिया गया है. यह कार्रवाई बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) की शिकायत पर की गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों – ADM अजय कुमार द्विवेदी, ASP घनश्याम चौरसिया और BSA अजय कुमार की संयुक्त जांच में यह खुलासा हुआ कि ये शिक्षक फर्जी दस्तावेजों से लंबे समय से नौकरी कर रहे थे. बेसिक शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को बर्खास्त किया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक शिक्षक फरार हो गया. जिन शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया, उनमें से अधिकांश 2017 से सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे. इन शिक्षकों के खिलाफ फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्ति पाने का आरोप है, और विभाग अब इनसे सैलरी वसूली की तैयारी कर रहा है.
गिरफ्तार हुए शिक्षक
- आलोक कुमार गुप्ता (कानपुर देहात) – 2017 से सिरसिया के प्राथमिक विद्यालय बल्दीडीह में सहायक शिक्षक थे, जिन्हें 6 मार्च को गिरफ्तार किया गया.
- प्रदीप कुमार (कानपुर नगर) – सिरसिया के प्राथमिक विद्यालय केशवपुर में 2017 से सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे.
- जितेंद्र सिंह (कानपुर देहात) – 2017 से प्राथमिक विद्यालय कोयलहवा सिरसिया में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे.
- उमेश कुमार मिश्र (बस्ती) – 2013 में गिलौला के प्राथमिक विद्यालय बैभी में नियुक्ति हुई थी, और वर्तमान में असनहरिया हरिहरपुररानी में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे.
- सुशील कुमार (कानपुर देहात) – 2017 से जमुनहा के प्राथमिक विद्यालय भवानीपुरवा में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे.
फरार शिक्षक
- संदेश श्रीवास्तव (बस्ती) – जमुनहा के प्राथमिक विद्यालय अहिरन देवरा में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे, लेकिन जांच के दौरान वह फरार हो गए.
बीएसए अजय कुमार ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है और पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है. विभाग ने अब यह भी सुनिश्चित किया है कि इनसे उनकी सैलरी वसूल की जाएगी. पुलिस और प्रशासन ने एकजुट होकर इस प्रकार के जालसाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है.