सीधी: जिले के कमर्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली चिलरी ग्राम पंचायत में उस समय हड़कंप मच गया, जब कर्नाटक पुलिस के तीन जवान सिविल ड्रेस में ऑटो से गांव पहुंचे. जानकारी के मुताबिक, शाम करीब 5 बजे पास्को एक्ट के आरोपी भोलर कोरी पिता शिवकरण कोरी को पकड़ने पहुंचे थे. आरोपी के खिलाफ कर्नाटक महिला थाना में मामला दर्ज था. ग्रामीणों का आरोप है कि कर्नाटक पुलिस बिना किसी सूचना के गांव पहुंची और उन्होंने स्थानीय पुलिस को भी मामले की जानकारी नहीं दी.
आरोपी के परिजनों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने भोलर कोरी को घर के एक कमरे में बंद कर दिया, जिसके बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद मौके पर भारी विवाद की स्थिति बन गई और परिजनों ने कर्नाटक पुलिस के जवानों पर गंभीर आरोप लगाए. सूत्रों के अनुसार, आरोपी की मौत के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर रहे थे. उनका कहना था कि जब तक कर्नाटक पुलिस के जवानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक शव का पीएम नहीं कराया जाएगा.
मामला तूल पकड़ने पर कमर्जी थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. बाद में सीधी पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया. घटना के बाद पूरे इलाके में ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. लोग कर्नाटक पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार बिना किसी स्थानीय सूचना और सिविल ड्रेस में दबिश क्यों दी गई.
इस पूरे मामले पर एसडीओपी चुरहट आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा. पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. साथ ही परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.