तमिलनाडु के मदुरै की थिरुपरनकुंद्रम मुरुगन मंदिर को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. आज यानी मंगलवार, 4 फरवरी को हिंदू मुन्नानी ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है. ऐसे में तमिलनाडु की सरकार की ओर से हालात को देखते हुए जिले में 2 दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है, साथ ही पुलिस की ओर से कहा गया कि कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि थिरुपरनकुंद्रम मुरुगन मंदिर वाली पहाड़ी पर अवैध मस्जिद बनाने की कोशिश को लेकर और थिरुपरनकुंद्रम पहाड़ी की रक्षा के लिए 4 फरवरी को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है. विरोध कर रहे संगठनों का कहना है कि इस्लामी समूह पहाड़ी पर अतिक्रमण करना चाहता है. ऐसे में इस पहाड़ी को लेकर दो समुदायों में संघर्ष चल रहा है.
अधिकारों को दबाने का काम
हिंदू मुन्नानी के प्रदेश अध्यक्ष कादेश्वर सुब्रमण्यम ने तमिलनाडु सरकार की ओर से मदुरै जिले में लगाई गई धारा 144 कड़ी निंदा की है. इससे थिरुपरनकुंद्रम में विरोध प्रदर्शन के अधिकार पर प्रतिबंध लग गया है. सुब्रमण्यम ने आरोप लगाया कि सरकार राज्य में अघोषित आपातकाल लागू कर रही है. लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने का काम कर रही है और धार्मिक अशांति को भड़का रही है.
सरकार की मंशा पर उठाया सवाल
उन्होंने पुलिस के उस फैसले का हवाला देते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाया, जिसमें मुसलमानों को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई. कादेश्वर सुब्रमण्यम ने ये भी कहा कि हिंदुओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए. हिंदू मुन्नानी का दावा है कि ये पहाड़ी भगवान मुरुगा के 6 घरों में एक है. वहीं मुस्लिम संगठन इसे सिकंदर पहाड़ी बताते हैं.
विरोध प्रदर्शन की इजाजत की अपील
हिंदू फ्रंट ने अपील की है कि हिंदू मुन्नानी को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत दी जाए. कादेश्वर सुब्रमण्यम ने चेतावनी दी कि अगर सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाना जारी रखती है, तो हिंदू फ्रंट मुरुगा भक्तों के समर्थन से मदुरै में हिंदुओं के लिए स्वतंत्रता संग्राम छेड़ेगा. कादेश्वर सुब्रमण्यम ने यह भी बताया कि पुलिस ने मुस्लिम समूह को पहाड़ी पर मांसाहारी बिरयानी खाने की इजाजत दी थी.उन्होंने इस पर भी सवाल उठाए.
अब मदुरै में धारा 144 लागू किए जाने की हिंदू संगठनों की ओर से खूब आलोचना की जा रही है. वह इसे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने की कोशिश मान रहे हैं. हिंदू मोर्चा ने धारा 144 लागू होने के बावजूद अपना विरोध प्रदर्शन और आंदोलन जारी रखने की कसम खाई है.