उदयपुर : डबोक थाना क्षेत्र में 16 अप्रैल को हुई सनसनीखेज लूट का पर्दाफाश करते हुए उदयपुर पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशन में गठित विशेष टीमों ने गहन अनुसंधान और तकनीकी विश्लेषण के बाद इस सफलता को हासिल किया है.
पीड़ित शिव कुमार सोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जब उनका बेटा अंशुमान दुकान से करीब 30 किलो चांदी के जेवरात लेकर घर जा रहा था, तभी मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उस पर हमला कर जेवरात लूट लिए और फरार हो गए. हमले में अंशुमान गंभीर रूप से घायल हो गया था.
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आसपास के 210 सीसीटीवी फुटेज और अन्य संभावित स्थानों के फुटेज खंगाले। तकनीकी विश्लेषण और रूट चार्टिंग के आधार पर आरोपियों की पहचान गुजरात और महाराष्ट्र से हुई.
लगातार 20 दिनों तक महाराष्ट्र और गुजरात में कैंप कर पुलिस टीमों ने पांच आरोपियों – नरेश उर्फ रोहित गायरी, सुरेशचन्द्र गायरी (दोनों निवासी डबोक), नितेश शर्मा, सुजल सुनील गायकवाड (दोनों निवासी बारामती, महाराष्ट्र) और भरत भबूतमल ओसवाल (बारामती का एक सुनार) को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, एक कार और लूटी गई चांदी में से 15 किलो 271 ग्राम चांदी बरामद की है.पूछताछ में सामने आया कि स्थानीय आरोपियों ने महाराष्ट्र से गैंग बुलाकर रैकी की और सुनसान रास्तों का चयन कर लूट को अंजाम दिया.लूटी गई चांदी को महाराष्ट्र के सुनार भरत ओसवाल को कम दाम में बेचा गया था.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार सुनार भरत ओसवाल का आपराधिक रिकॉर्ड भी है। पुलिस अब फरार तीन अन्य आरोपियों – आदित्य पंवार, गणेश सत्यवान लाडगे और समीर शाह (सभी निवासी बारामती) की तलाश कर रही है और मामले की आगे की जांच जारी है.इस कार्रवाई में थानाधिकारी हुकमसिंह के हेड कांस्टेबल जगदेव भाटी तथा कांस्टेबल विकास ने विशेष भूमिका निभाई.साथ ही पुलिस के अन्य जवान भी सम्मिलित रहें.