दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सभी धार्मिक स्थल पर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने के निर्देश दिए हैं. दिल्ली की मुख्यमंत्री ने गुरुवार को सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ कड़े कदम उठाने का ऐलान किया. गुरुवार को एक जॉइंट मीटिंग बुलाई गई, जिसमें दिल्ली के सभी डीएम और डीसी और डीसीपी मौजूद थे. नगर निगम के भी बड़े अधिकारी मौजूद थे. मिशन बदल रही है दिल्ली के तहत की मीटिंग बुलाई गई थी. LG विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये ऐलान किया.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने ऐलान किया है कि धार्मिक स्थलों में सिंगल-यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाएगा. इसके उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा किअगले 20 दिन में दिल्ली में एक एक्सटेंशन सफाई अभियान जो युद्ध स्तर पर चलाया जाएगा. दिल्ली की हर सड़क हर एक कोना पूरी तरह से साफ किया जाएगा. स्वच्छता अभियान को एक बड़े स्केल पर चलाया जाएगा. हर इलाके में अधिकारियों की जिम्मेदारी दी गई है इस अभियान में किसी भी तरह की ढिलाई ना बरती जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण है, क्योंकि सिंगल-यूज प्लास्टिक न केवल प्रदूषण बढ़ाता है, बल्कि यह लंबे समय तक विघटित नहीं होता, जिससे भूमि और जल स्रोतों को गंभीर नुकसान होता है. सरकार अब बायोडिग्रेडेबल और पुन: उपयोग योग्य (री-यूजेबल) विकल्पों को बढ़ावा देगी.
दिन में दो बार होगी सफाई
उन्होंने कहा कि राजधानी में स्वच्छता व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि अब दिल्ली की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई दिन में दो बार की जाएगी.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह अभियान दिल्ली को एक स्वच्छ, सुंदर और विकसित शहर बनाने की दिशा में अहम कदम है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की तस्वीर बदलने का काम अब शुरू होगा. 20 दिन का ये अभियान वर्षों का परिवर्तन लेकर आएगा. बीजेपी का संकल्प है कि हर सड़क होगी साफ हर कोना होगा साफ. पीएम मोदी का विजन हर गली में दिखेगा.
श्रमिकों को मिलेंगी स्वास्थ्य और विश्राम की सुविधाएं
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिल्ली में काम करने वाले श्रमिकों के लिए भी कई घोषणाएं कीं. उन्होंने कहा कि श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों की सालाना स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा, श्रमिकों को दोपहर से अपराह्न 3 बजे तक आराम करने का समय भी निर्धारित किया जाएगा, जिसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में आजीविका के लिए आने वाले लोगों को बेहतर जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.