सिंगरौली: जिले के एनसीएल अमलोरी परियोजना के कोयला खदान में ओबी हटाने का कार्य कर रही ओबी कंपनियों द्वारा सरकारी मानकों को दरकिनार कर आये दिन खदानों में हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है. जिससे आसपास के रहवासियों के घरों में दरारे आ रही हैं और लोग डर के साये में रहने को मजबूर हैं. रहवासियों ने बताया कि अमलोरी खदान में आये दिन हैवी ब्लास्टिंग होती है. जिससे लोग ब्लास्टिंग के समय अपने घरों से बाहर आ कर खड़े होने को मजबूर हो जाते है.
खदान में हो रही हैवी ब्लास्टिंग से कई घरों के दीवार व कइयों के सीलिंग की छते गिर चुकी है. अगर समय रहते जिला प्रशासन इस पर ध्यान नही दिया तो कभी भी बड़ी जनहानि हो सकती हैं. परियोजना के आसपास बसे ग्राम अमलोरी, भरूहा, दसौती, भकुआर, कचनी, नौगढ़, परसौना अन्य गांवो के प्रभावित रहवासी जिला प्रशासन से तत्काल हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाने की मांग की है.
एनसीएल सहित प्राइवेट कंपनियां है संचालित
अगर सिंगरौली जिले की बात करें तो सिंगरौली जिले में NCL के अलावा कई अन्य प्राइवेट कंपनियों की कोल माइंस संचालित है. जहां पर सरकारी मापदंडों को दरकिनार कर हमेशा से हैवी ब्लास्टिंग करते चले आ रहे हैं बावजूद इसकी शिकायत स्थानी लोगों के द्वारा कलेक्टर कार्यालय एवं प्रदूषण विभाग से भी की जाती है. बावजूद लोगों को अब तक हैवी ब्लास्टिंग से निजात नहीं मिल सकी है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. तो वहीं हैवी ब्लास्टिंग से कई बार घरों की छत एवं दीवाल भी सिंगरौली जिले में गिर चुकी है.