सिंगरौली : जिले में फीस के लिए एक बच्ची के साथ किए गये अमानवीय व्यवहार और फिर परीक्षा में बैठने से रोककर उसके भविष्य से खिलवाड़ किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामले की शिकायत करते हुए कक्षा तीसरी की छात्रा के पिता बृजेश दुबे ने राजीव गांधी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल पड़ैनिया की शिक्षिका पर बच्ची के बाल उखाड़ने और फिर स्कूल संचालक सुनील सिंह के द्वारा पूरी फीस नहीं जमा करने पर परीक्षा में नहीं बैठने देने का आरोप लगाया है.
छात्रा के पिता बिहरा निवासी बृजेश दुबे का कहना है कि मेरी बेटी श्रेया दुबे राजीव गांधी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल पड़निया की छात्रा है. करीब डेढ़ महीने पहले उसकी क्लास टीचर ने बेटी से कुछ दस्तावेज मंगवाए थे. जिसकी फोटोकॉपी समय पर ही नहीं हो पाने के कारण नहीं ले जा पायी. जिसके लिए क्लास टीचर ने बेटी को अमानवीय ढंग से बाल पकड़कर प्रताड़ित किया। जिसकी फोटो और वीडियो मेरे पास उपलब्ध है.
डेढ़ महीने पहले की है घटना
पीड़ित पिता का आरोप है कि यह घटना करीब डेढ़ महीने पहले कीजिस. जिसमें स्कूल संचालक सुनील सिंह ने घर आकर माफी मांगी थी. गत दिवस मुझसे कुल फीस जमा करने लगभग 14 हजार के लिए कहा. मैंने लगभग 5 हजार रुपये जमाकर कर बाकी फीस 30 तारीख तक जमा करने के लिए आग्रह किया लेकिन उन्होंने परीक्षा में न ही बैठने दिया.
जिससे मेरी बेटी का साल बर्बाद हो गया है. विद्यालय की शिक्षिका लक्ष्मी मिश्रा ने जिस प्रकार बेटी के कान के ऊपर के बाल उखाड़कर प्रताड़ित किया है उसके बाद से वह स्कूल जाने में भी घबरा रही है.
प्रतिबंध के बावजूद दिया दंड
इस संबंध में लोक शिक्षण से समय-समय पर आदेश जारी हुए हैं. गत दिवस सभी संस्था प्रमुखों, शासकीय अशासकीय विद्यालयों के लिए डीईओ ने किसी भी छात्र को शारीरिक दंड देने पर पूर्ण प्रतिबंध एवं कड़ी कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया है। छात्रा के अभिभावक ने स्कूल संचालक और शिक्षिका पर उनके कृत्य के लिए शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है.