राजधानी लखनऊ में मर्चेंट नेवी के सेकेंड ऑफिसर अनुराग की पत्नी मधु की मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है. शादी के छह महीने के भीतर की बेटी की मौत पर घर वाले कई सवाल खड़े कर रहे हैं. मधु के परिवार का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या है.
शादी के बाद ही शुरू हो गई थी यातना
परिजनों के अनुसार, शादी के शुरुआती कुछ दिन सामान्य रहे, लेकिन जल्द ही मधु के जीवन में तनाव और हिंसा का सिलसिला शुरू हो गया. पति अनुराग ने उस पर 15 लाख रुपये की मांग रखी थी, जिसे पूरा न करने पर आए दिन मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जाती थी. मधु की बहन प्रिया ने बताया कि अनुराग शराब का आदी था और मधु को भी जबरन शराब पीने के लिए कहता था. जब वह मना करती, तो उस पर हाथ उठाने से भी पीछे नहीं हटता. यहां तक कि मधु के फोन की निगरानी करता, और किसी से बात करने पर गालियां देता. शक की हद यह थी कि वह बहन से बात करने तक पर रोक लगाता और दोनों बहनों के रिश्ते को लेकर भी आपत्तिजनक आरोप लगाता था.
अंतिम कॉल: बचालो, वरना मार देगा
मधु की बहन ने एक दर्दनाक खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 10 मार्च को एक छोटी सी बात प्लेट रखने को लेकर अनुराग ने मधु को बुरी तरह पीटा. उस दिन मधु ने रोते हुए बहन को फोन किया और कहा, “आ जाओ, वरना ये मुझे जान से मार देगा.” प्रिया ने मधु की अंतिम ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सुनी, जिसमें उसकी रोती हुई आवाज ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया. उन्होंने बताया कि मधु बहुत जिंदादिल थी, उसे पार्टी करना और घूमना पसंद था, लेकिन शादी के बाद वह पूरी तरह से कैद होकर रह गई थी.
घटना के दिन की कहानी
परिजनों के अनुसार, घटना से एक दिन पहले, रविवार को अनुराग और मधु कार से कहीं निकले थे. कार में अनुराग शराब पी रहा था, जबकि मधु गाड़ी चला रही थी. रास्ते में एक गड्ढे से बचने के लिए जब मधु ने गाड़ी मोड़ी, तो अनुराग ने उस पर तंज कसते हुए कहा, “लड़कों को देखकर गाड़ी घुमा दी?” इसके बाद उसने कार में ही मधु से मारपीट की. अगले दिन, सोमवार को करीब 4 बजे अनुराग ने मधु के पिता को फोन करके बताया कि मधु ने आत्महत्या कर ली है. जब परिवार वहां पहुंचा, तब तक मधु का शव फंदे से उतार दिया गया था. परिवार का दावा है कि यह आत्महत्या नहीं हो सकती, क्योंकि मधु ऐसा कदम उठाने वाली लड़की नहीं थी.
नौकरानी का बयान भी बना संदेह का कारण
अनुराग ने दावा किया था कि उसने नौकरानी को छुट्टी दे दी थी, लेकिन जब पुलिस ने नौकरानी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह तय समय पर पहुंची थी और काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. यह बयान भी परिजनों की शंका को बल देता है कि मधु की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई.
पति की छुट्टी और वापसी भी बनी संदेह की जड़
मधु के परिजनों का यह भी कहना है कि अनुराग 30 अप्रैल को मर्चेंट नेवी की शिप ड्यूटी पर जाने की बात कहकर घर से निकला था और कहा था कि वह छह महीने तक वापस नहीं आएगा. लेकिन वह अचानक 22 जुलाई को घर लौट आया. इसके ठीक 10 दिन बाद मधु की मृत्यु हो गई. इस संदर्भ में परिवार का कहना है कि अनुराग की अचानक वापसी और उसके तुरंत बाद हुई मौत किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा करती है.
गर्भपात का आरोप और चरित्र संदेह
मधु के पिता ने यह भी आरोप लगाया है कि जब मधु गर्भवती हुई थी, तो अनुराग ने उसे जबरदस्ती गर्भपात के लिए मजबूर किया. उन्होंने बताया कि अनुराग के अन्य महिलाओं से संबंध थे और मधु को जब यह पता चला, तो दोनों के बीच झगड़े और बढ़ गए. मधु लगातार मानसिक तनाव में थी, लेकिन परिवार को इस हद तक गंभीर स्थिति का अंदाजा नहीं था.
पुलिस की ओर से जांच जारी
इस पूरे मामले में पुलिस ने गंभीर रुख अपनाया है. डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि प्राप्त तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है. फॉरेंसिक रिपोर्ट, कॉल रिकॉर्ड्स, घटनास्थल की जांच और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी.