इटावा/भर्थना: उत्तर प्रदेश का इटावा जिला एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार करने वाले एक अजीबोगरीब मामले का गवाह बना है. दामाद-सास और ससुर-बहू के बाद अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक ननदोई (बहन का पति) अपनी ही सरहज (पत्नी की बहन) को लेकर फरार हो गया है. इस प्रेम-प्रसंग के चलते दिव्यांग पति ने अपनी पत्नी और बहनोई को खोजने वाले को दस हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.
यह सनसनीखेज घटना इटावा जिले के भरथना इलाके के ककराही गांव की है. गांव में राज मिस्त्री का काम कर अपना और अपने परिवार का पेट पालने वाले कुंवरपाल सिंह, जो खुद दिव्यांग हैं. अपनी पत्नी राजकुमारी के साथ शांतिपूर्ण जीवन जी रहे थे. लेकिन उनके घर पर आए कुंवरपाल के बहनोई सुभाष ने उनके जीवन में दरार ला दिया. सुभाष और राजकुमारी के बीच नजदीकियां बढ़ीं और धीरे-धीरे ये नजदीकी एक गहरे प्रेम-प्रसंग में बदल गई. दोनों का प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि वे समाज और रिश्तों की मर्यादा भूलकर एक दिन घर से फरार हो गए. राजकुमारी यह भी भूल गई कि सुभाष उसकी ननद का पति है.
कुंवरपाल ने अपनी पत्नी राजकुमारी और बहनोई सुभाष के फरार होने की सूचना 18 जून को स्थानीय थाना पुलिस को दी. इस अजब-गजब प्रेम कहानी को सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. काफी खोजबीन के बाद भी जब दोनों का कोई सुराग नहीं मिला, तो लाचार और परेशान कुंवरपाल ने एक अनोखा कदम उठाया. उन्होंने अपनी पत्नी और बहनोई को ढूंढने वाले किसी भी व्यक्ति को दस हजार रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा कर दी है, ताकि उनकी पत्नी वापस आ सके.
इस मामले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है. बताया जा रहा है कि राजकुमारी की शादी चार साल पहले पंजाब के लुधियाना में हुई थी. उनके पहले पति की मौत के बाद उनकी दूसरी शादी दिव्यांग कुंवरपाल के साथ कर दी गई थी. इसी दौरान कुंवरपाल का सगा जीजा सुभाष, जो राजमिस्त्री का काम करता है, उनके घर पर काम कर रहा था. दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला बढ़ा और वे एक-दूसरे के करीब आ गए. खबरों के मुताबिक, राजकुमारी ने अपने पति कुंवरपाल को नींद की गोलियां खिला दीं, ताकि वे गहरी नींद में सो जाएं और फिर वह अपने ननदोई सुभाष के साथ रात के अंधेरे में फरार हो सके. भागते समय वे अपने साथ घर में रखे जेवरात और चालीस हजार रुपये नकद भी ले गए. यह घटना एक बार फिर रिश्तों की गरिमा और सामाजिक मूल्यों पर सवाल खड़ा कर रही है.