राजस्थान : रक्षाबंधन पर बहन की राखी अब भाई तक पहुंचेगी और भी सुरक्षित – डाक विभाग की अनोखी पहल से बहनों को मिली राहत

डीडवाना – कुचामन: रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व जो सिर्फ एक धागे से जुड़ा नहीं होता, बल्कि इसमें लिपटा होता है बहन के अटूट विश्वास का जादू और भाई की आजीवन सुरक्षा का वादा. हर साल सावन की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह त्योहार देशभर में रिश्तों की गर्माहट और प्रेम की मिठास बिखेरता है. इस बार यह पर्व 9 अगस्त को है, और जैसे-जैसे तारीख नजदीक आ रही है, बहनों की तैयारियों में भी तेजी आ गई है.

इन्हीं तैयारियों को और आसान व भरोसेमंद बनाने के लिए भारतीय डाक विभाग ने एक अभिनव पहल की है, जिससे परदेस या दूर-दराज़ में रहने वाले भाइयों तक भी बहनों की राखी समय पर, सुरक्षित और संपूर्ण स्नेह के साथ पहुंच सके. खासकर बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग ने राखियों के लिए विशेष वाटरप्रूफ लिफाफे और पहली बार वाटरप्रूफ बॉक्स की सुविधा शुरू की है.

प्रदेश के अन्य प्रधान डाकघरों की तरह डीडवाना के प्रधान डाकघर में राखी डिलीवरी के लिए विशेष काउंटर खोला गया है, जहां वाटरप्रूफ लिफाफे की सुविधा उपलब्ध हैं. वहीं, पहली बार दी जा रही वॉटरप्रूफ बॉक्स की सुविधा ने बहनों को और अधिक राहत दी है, क्योंकि अब वे न सिर्फ राखी, बल्कि मिठाई, कुमकुम और पूजा की सामग्री भी एक साथ भेज सकती हैं — वो भी बिना इस डर के कि बारिश में कहीं सब कुछ भीग न जाए.

डाक निरीक्षक राज चौधरी ने बताया कि “हर बहन जिस प्यार और भावना के साथ राखी भेजती है, उसे समय पर उसके भाई तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। इस भावना को सुरक्षित रूप में भाई तक पहुंचाना डाक विभाग की जिम्मेदारी है और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ”

वहीं, इस सुविधा का अनुभव साझा करते हुए डीडवाना निवासी लोकेंद्र गौड़ ने बताया कि वे अपनी पत्नी के भाई को राखी भेजने के सिलसिले में जब डाकघर पहुंचे, तो उन्हें यह जानकर सुकून मिला कि डाक विभाग अब विशेष वाटरप्रूफ लिफाफे और बॉक्स उपलब्ध करा रहा है. उन्होंने कहा कि “बरसात में राखी पहुंचने की चिंता हर किसी को होती है, लेकिन इस नई सुविधा ने डर को दूर कर दिया है. ”

इसी तरह डीडवाना शहर की एक युवती पूजा ने बताया कि वे अपने फौजी भाई को इस बार डाक विभाग के वॉटरप्रूफ बॉक्स के जरिए राखी भेजेंगी, जिसमें मिठाई और पूजा सामग्री भी शामिल होगी. उन्होंने डाक विभाग की इस सोच और सुविधा की सराहना करते हुए कहा कि “यह सुविधा हर उस बहन के लिए वरदान है जिसका भाई हजारों किलोमीटर दूर अपनी ड्यूटी पर तैनात है. ”

शहर की एक और महिला नीतू ने कहा, “मैं इस बार अपने भाई को राखी के साथ कुमकुम, मिठाई और पूजा सामग्री भी भेजूंगी और मुझे खुशी है कि यह सब कुछ अब पूरी तरह सुरक्षित रूप से पहुंचेगा। डाक विभाग का यह प्रयास रिश्तों की गर्माहट को और मजबूत करता है.”

रक्षाबंधन न केवल एक त्योहार है, बल्कि यह उस नाजुक बंधन का उत्सव है, जो हर बहन और भाई के बीच अनकहे प्रेम को शब्द देता है और जब इस रिश्ते को इतनी संजीदगी और सुरक्षा देने का जिम्मा डाक विभाग ने अपने कंधों पर उठाया है, जिससे यह पहल खुद एक स्नेहिल संदेश बन गई है.

इस रक्षाबंधन, जब हर बहन चाहेगी कि उसकी राखी समय पर और स्नेह सहित भाई की कलाई पर सजे — तब डाक विभाग का यह नन्हा लेकिन महत्वपूर्ण प्रयास एक बड़ी मुस्कान का कारण बनेगा.

 

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