महाराष्ट्र के एक बिल्डर का शव मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में मिला है. पुलिस को संदेह है कि उसकी हत्या की गई है. एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने पीटीआई-भाषा को बताया कि, ”मृतक की पहचान महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के बिल्डर किशोर लोकरे के रूप में हुई है. बुधवार को जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर सनावद थाना क्षेत्र के दौरवा-बिंजलवाड़ा मार्ग पर जंगली इलाके में आधा जला हुआ शव मिला है.” उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि, ”व्यक्ति की मौत 10 दिन पहले हुई है और शव को जानवरों ने भी काटा है.”
17 सितंबर को निकला था घर से
बिल्डर किशोर लोकरे लोकरे के लापता होने के बाद उसके परिवार के सदस्यों ने 3 अक्टूबर को छत्रपति संभाजीनगर के एमआईडीसी वालुज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया. पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार, ”लोकरे 17 सितंबर को अपने काम के लिए मुंबई गया था, लेकिन छत्रपति संभाजीनगर लौटने के बजाय वह भुसावल (जलगांव में) चला गया. इसके बाद वह मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर (मंदिर नगर) के दर्शन के लिए गया.”
गला घोंटकर हत्या, शव जलाने की कोशिश
महाराष्ट्र पुलिस को 27 सितंबर को उसकी आखिरी लोकेशन मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के देशगांव इलाके में मिली थी, जिसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया. पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया कि, ”जांच में पता चला है कि व्यक्ति की गला घोंटकर हत्या की गई है. इसके बाद शव को जलाने की भी कोशिश की गई. उसका शव कंकाल बन चुका था. शव बुधवार देर रात परिवार को सौंप दिया गया.” अधिकारी ने बताया कि खरगोन में सनावद पुलिस ने गुरुवार को अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, लोकरे को दबे हुए खजाने की खोज करने का शौक था.