त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए मार्केट में महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट की भरमार रहती है और कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स भी करवाए जाते हैं. फिलहाल हेल्दी त्वचा के लिए एक बेहद ही जरूरी प्रोटीन होता है, जिसे कोलेजन के नाम से जाना जाता है. कोलेजन एक रेशेदार प्रोटीन है जो अमीनो एसिड्स से बनता है. शरीर के एक तिहाई हिस्से में अलग-अलग जगहों पर कोलेजन पाया जाता है. ये आपकी त्वचा के साथ ही पूरी सेहत के लिए काफी जरूरी होता है. शरीर में कोलेजन का निर्माण खुद भी होता है तो वहीं बाहरी सोर्स के जरिए भी शरीर में कोलेजन पहुंचता है. कोलेजन के लिए सेलिब्रिटी तक सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं. बढ़ती उम्र में शरीर में कोलेजन की कमी देखी जाती है और इसकी वजह से चेहरे और हाथ-पैरों की त्वचा से लेकर सेहत में भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं.
कोलेजन की कमी हो जाए तो इसे खाद्य पदार्थों द्वारा पूरा किया जा सकता है या फिर सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं. कुछ खाद्य पदार्थों से कोलेजन सीधे तौर पर नहीं मिलता है, बल्कि ये फूड्स शरीर में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देती हैं. इसलिए बढ़ती उम्र में खासतौर पर डाइट को हेल्दी रखने की सलाह दी जाती है. चलिए जान लेते हैं कि कोलेजन की कमी होने के क्या लक्षण दिखते हैं. बढ़ती उम्र में शरीर में कोलेजन कम क्यों होता है और किन फूड्स के जरिए इनकी पूर्ति की जा सकती है.
कोलेजन प्रोटीन क्यों है जरूरी?
ज्यादातर लोगों को लगता है कि कोलेजन प्रोटीन सिर्फ हेल्दी स्किन के लिए ही जरूरी होता है. दरअसल कोलेजन त्वचा में इलास्टिसिटी यानी लोच बनाए रखने का काम तो करता ही है, इसके अलावा ये कोशिकाओं को स्वस्थ रखने, हड्डियों के जोड़ों, मांसपेशियों को हेल्दी रखने, घाव को भरने, गुर्दे, दिल, मूत्राशय जैसे अंगों के चारों ओर सुरक्षात्मक परत बनाने के लिए भी जरूरी होता है.
कोलेजन की कमी होने के लक्षण
शरीर में अगर कोलेजन की कमी हो जाए तो इससे त्वचा ढीली पड़ने लगती है और चेहरे के साथ ही हाथ-पैरों के पंजों पर भी झुर्रियां दिखने लगती हैं. इसके अलावा कोलेजन के कम होने पर त्वचा पतली और काफी रूखी होने लगती है. इससे आपको पाचन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं. बालों को झड़ना, शरीर के जॉइंट्स में दर्द और स्टिफनेस (अकड़न) होना, मसल्स में कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षण भी दिखते हैं.
कोलेजन की कमी की वजह
शरीर में कोलेजन की कमी के पीछे पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स न खाना, धूम्रपान बहुत करना, ज्यादा धूप में रहना, ऑटोइम्यून बीमारियां होना जैसी वजहें होती हैं. इसके अलावा बढ़ती उम्र में भी शरीर में कोलेजन की कमी होने लगती है. चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
छत्रपति शिवाजी सुभारती, हॉस्पिटल, मेरठ के डॉ. रॉबिन चुघ (कंसलटेंट डर्मेटोलॉजी), कहते हैं कि जी हां जब उम्र बढ़ती है तो कोलेजन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है. दरअसल उम्र बढ़ने की वजह से इसका उत्पादन कम हो जाता है. वहीं हार्मोनल परिवर्तन होना, शारीरिक गतिविधियों में कमी, अल्कोहल लेना, धूम्रपान करना जैसी वजह भी कोलेजन को कम करने का काम करती हैं.
कैसे बढ़ाएं कोलेजन का प्रोडक्शन
एक्सपर्ट का कहना है कि शरीर में कोलेजन की कमी क्यों हो रही है, इसके पीछे के कारणों पर ध्यान दें और उन आदतों को छोड़ने की कोशिश करें. इससे कोलेजन का उत्पादन बढ़ने लगता है. इसके अलावा खाने में प्रोटीन, विटामिन और हेल्दी फैट्स की कमी से भी कोलेजन कम होता है, इसलिए आहार को सही रखें. कोलेजन बढ़ाने वाले फूड्स की बात करें तो अपनी डाइट में हरी सब्जियां, खट्टे विटामिन सी रिच फ्रूट, एनिमल ऑर्गन, मछली, दूध और अंडा जैसी चीजें शामिल करनी चाहिए.