मध्य प्रदेश में भोपाल के हमीदिया अस्पताल में नवाचार के तौर पर राज्य का पहला स्किन बैंक शुरू किया गया है. करीब 15 लाख रुपये की लागत से तैयार इस स्किन बैंक में लोगों से त्वचा दान में लिया जाएगा. यही त्वचा 50 फीसदी से अधिक झुलसे हुए मरीजों के इलाज और स्किन ग्रांटिंग में इस्तेमाल किया जाएगा. यह जानकारी अस्पताल में बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. अरुण भटनागर ने दी. उन्होंने बताया कि यहां केवल पीठ, जांघ और पैरों से स्किन डोनेशन कराई जाएगी.
डॉ. भटनागर के मुताबिक अक्सर आग में झुलसने और दुर्घटना में चोटिल मरीजों की चमड़ी उधड़ जाती है. इसकी वजह से उनकी त्वचा हमेशा के लिए खराब हो जाती है. ऐसे ही मरीजों के इलाज के लिए इस स्किन बैंक को शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि नेत्रदान व त्वचा दान से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए राज्य में टोल फ्री नंबर 18003090185 जारी किया गया है. डॉ. भटनागर के मुताबिक स्किन डोनेशन के लिए कुछ मानक तय किए गए हैं.इन मानकों के मुताबिक केवल पीठ, जांघ और पैरों से ही स्किन दान में ली जाती है. फिर इसका इस्तेमाल 50 फीसदी से अधिक झुलसे मरीजों व दुर्घटना में घायलों के ऊपर किया जाएगा.
स्वस्थ व्यक्ति भी कर सकता है स्किन डोनेशन
इस स्किन बैंक से चमड़ी लेकर उन मरीजों को लगाया जाएगा, जिनकी चमड़ी पूरी तरह से उधड़ गई है. घाव वाले स्थानों पर स्किन ग्रांटिंग से वह मरीज अपने पुराने स्वरुप को हासिल कर सकेंगे. इसमें उन्हें संक्रमण का भी खतरा अपेक्षाकृत कम होगा. उन्होंने बताया कि स्किन कटिंग के समय शरीर से ब्लड सैंपल भी लिया जाता है. इसमें खासतौर पर देखा जाता है कि डोनर एचआईवी, वायरल मार्कर और हेपेटाइटिस टेस्ट में पॉजिटिव ना हो. उन्होंने बताया कि स्किन डोनेशन एक नेक काम है और कोई स्वस्थ व्यक्ति भी अपनी इच्छा से स्किन डोनेशन कर सकता है.