देवास और इंदौर के बीच चलने वाली द्विसाप्ताहिक उज्जैनी एक्सप्रेस के एसी कोच में गुरुवार शाम अचानक धुआं निकलने से यात्रियों में खलबली मच गई। धुआं निकलने की सूचना मिलते ही ट्रेन को बिंजाना स्टेशन के पास रोका गया। इसके बाद संबंधित कोच और पास के अन्य कोचों से कई यात्री सुरक्षित रूप से बाहर उतरे।
स्थानीय रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लक्ष्मीबाई नगर से निर्धारित समय पर रवाना हुई ट्रेन बिंजाना स्टेशन के समीप पहुंचते ही धुएं की जानकारी मिली। मौके पर पहुंची रेलवे टीम ने तुरंत जांच शुरू की। यात्रियों का कहना है कि धुआं ब्रेक चिपकने के कारण उत्पन्न हुआ। जांच और स्थिति को सामान्य करने में करीब 20 मिनट का समय लगा।
ट्रेन की यह घटना देवास में आधे घंटे की देरी का कारण बनी। रेलवे के मुताबिक, ट्रेन बिंजाना में करीब पौने चार बजे पहुंची थी और धुआं निकलने के बाद इसे आगे के सफर के लिए रवाना किया गया। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन शाम पांच बजकर 20 मिनट पर उज्जैन पहुँची और वहां कोच की फिर से जांच की गई। उज्जैन से मक्सी की ओर रवाना होने पर ट्रेन केवल चार मिनट लेट रही। शाजापुर में यह ट्रेन निर्धारित समय से 11 मिनट पहले पहुँच गई।
मंडल रेल प्रबंधक अश्विनी कुमार ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण कोच से धुआं निकला होगा। उन्होंने कहा कि घटना की पूरी जानकारी ली जा रही है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
रेलवे विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रेन रोके जाने और जांच के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। धुआं निकलने की घटना से यात्रियों में डर और चिंता का माहौल था, लेकिन रेलवे टीम ने समय पर कार्रवाई करके स्थिति को नियंत्रित किया।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की कि वह हमेशा ट्रेन में किसी भी असामान्य स्थिति के दौरान संयम और सावधानी बरतें। साथ ही उन्होंने बताया कि तकनीकी जांच और सुरक्षा मानकों के अनुसार सभी कोचों का नियमित निरीक्षण किया जाता है।
यह घटना रेलवे की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया की मिसाल बनी। इससे यह भी पता चलता है कि ट्रेन संचालन के दौरान सुरक्षा और तकनीकी निगरानी कितनी महत्वपूर्ण है।