हाल ही में कर्नाटक में ‘स्मोक बिस्किट’ चखने के बाद एक युवक के बेहोश होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो के सामने आने बाद तमिलनाडु सरकार ने दुकानदारों से ऐसे प्रोडक्ट्स का सेवन न करने की अपील की है. इस बात की जानकारी राज्य के खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने दी.उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों ने व्यापारियों और होटल व्यवसायियों से कस्टमर्स के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को देखते हुए स्मोक बिस्किट और पान नहीं बेचने की अपील भी की है.अधिकारियों ने ईटीवी भारत को बताया कि लिक्विड नाइट्रोजन के उपयोग की अनुमति शून्य डिग्री से कम तापमान पर वस्तुओं को संग्रहीत करने के लिए दी जाती है. कानून के मुताबिक इस कैमिकल को किसी अन्य उपयोग में नहीं लाया जा सकता है. इसका किसी भी रूप में सेवन नहीं किया जा सकता है और अगर कोई इसका सेवन करता है तो इससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे हो सकते हैं.
जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने कहा कि वह वेरिफाई करेगा कि कहीं किसी दुकान या होटल में ग्राहकों को ऐसे प्रोडक्ट न बेचे जा रहे हों. इसके अलावा विभाग दुकानदारों को नाइट्रोजन को खाद्य पदार्थ के रूप में उपयोग करने के दुष्प्रभावों के बारे में भी जानकारी देगा. अधिकारी ने माता-पिता को यह भी सलाह दी कि वे अपने बच्चों को ऐसे व्यंजन न खाने दें और युवाओं को स्मोक पैन से दूर रखें.
चेन्नई जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के नामित अधिकारी पी. सतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने ऐसे उत्पादों को न बेचने के लिए एक सलाह जारी की है. बच्चों को इन्हें नहीं खाना चाहिए. इसे दुकानों में भी नहीं बेचना चाहिए. सूत्रों ने कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग केवल एक सलाह जारी कर सकता है और दुकानों को ऐसे उत्पाद बेचने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कथित तौर पर दावा किया जा रहा है कि तरल नाइट्रोजन का उपयोग करके बनाए गए स्मोक बिस्किट खाने के बाद एक लड़के की जान चली गई. बाद में पता चला कि वीडियो में बेहोश हुआ लड़का इलाज के बाद ठीक हो गया है.