राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने बैंगलोर के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 6626 सूखे समुद्री घोड़ों के साथ तमिलनाडु के तीन लोगों को गिरफ्तार करके तस्करी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस बात की जानकारी एक न्यूज एजेंसी को डीआरआई के एक अधिकारी ने दी.
डीआरआई बेंगलुरु के अधिकारी ने दावा किया कि इस गिरफ्तारी के साथ ही सूखे समुद्री घोड़ों के अवैध व्यापार में शामिल एक बड़े तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया गया है. इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए डीआरआई बेंगलुरु के अधिकारियों ने 3 अगस्त को केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर इस गिरोह से जुड़े तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया.
तमिलनाडु के हैं गिरफ्तार हुए तीनों लोग
तीनों एक निजी एयरलाइन की उड़ान से मुंबई के रास्ते सिंगापुर जा रहे थे. इस दौरान जब उनके सामान की जांच की गई तो 6626 समुद्री घोड़े (सूखे) बरामद हुए.
अधिकारियों ने बताया कि हाल के दिनों में सूखे समुद्री घोड़ों की यह सबसे बड़ी जब्ती है. फिलहाल तीनों यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. अधिकारी ने बताया कि ये सभी तमिलनाडु के रहने वाले हैं और इनकी उम्र 30 के आसपास है.
इसलिए सूखे घोड़ों की बढ़ी है मांग
भारत में समुद्री घोड़ों की सभी प्रजातियां वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-I के अंतर्गत वर्गीकृत हैं. ऐसे में इनकी बिक्री, खरीद और किसी भी तरह का उपयोग अवैध और दंडनीय है. इसके अलावा निर्यात नीति के तहत, जंगली जानवरों और समुद्री प्रजातियों, उनके अंगों व उत्पादों के निर्यात पर रोक है.
डीआरआई अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पूर्व एशियाई बाजारों में सूखे समुद्री घोड़ों की मांग मुख्य रूप से पारंपरिक चिकित्सा, स्वादिष्ट व्यंजनों और एक्वेरियम की सजावटी के लिए प्रयोग में लाया जाता है. इसके अलावा पारंपरिक चीनी चिकित्सा में भी समुद्री घोड़ों का प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा कुछ पाक व्यंजनों भी सूखे घोड़ों का प्रयोग किया जाता है.