विदेश में जॉब करने और अच्छी सैलरी की चाह रखने वाले कई भारतीय युवा साइबर स्कैम रैकेट का शिकार हो जाते हैं. ऐसे एक-दो नहीं हजारों मामले कंबोडिया में सामने आ चुके हैं. जहां भारतीय युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जॉब के झांसे में आकर साइबर स्कैम रैकेट का शिकार हुए हैं. ताजा मामले में कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने पुलिस की मदद से 67 भारतीयों का पुलिस की मदद से बचाया है. अब तक 1000 ऐसे लोगों को कंबोडिया में बचाया गया है.
दूतावास को जानकारी मिली थी कि कुछ भारतीय युवा नौकरी और अच्छी सैलरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं. इस पर 22 सितंबर को कंबोडियाई पुलिस ने पोइपेट से 67 ऐसे भारतीय नागरिकों को बचाया है. दूतावास कंबोडियाई पुलिस की मदद से इन भारतीय नागरिकों को अलग-अलग बैच में भारत वापस भेज रहा है.
1 अक्टूबर को 24 नागरिकों को भारत भेजा गया
दूतावास के अधिकारियों की एक टीम इस प्रक्रिया की देखरेख कर रही है. इन भारतीय युवाओं को वापस भेजने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद है. इसमें से 15 नागरिक 30 सितंबर को भारत के लिए रवाना हो चुके हैं. 24 भारतीय नागरिकों को 1 अक्टूबर को भेजा गया था. अब बचे 28 लोग कुछ दिनों में भारत पहुंचेंगे.
भारतीय दूतावास स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है. साइबर अपराधों में फंसे देश के नागरिकों की लगातार मदद कर रहा है. कंबोडिया में भारतीय दूतावास का कहना है कि भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे संदिग्ध एजेंटों और सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए कंबोडिया व अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में नौकरी की तलाश करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें.
मदद के लिए इन नंबर और ईमेल आईडी पर संपर्क करें
भारतीय दूतावास ने कहा है कि देश के जो नागरिक ऐसी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं और भारत लौटना चाहते हैं वो दिए गए नंबर पर संपर्क करें.
- नंबर +85592881676
- ईमेल: [email protected], [email protected]
- कंबोडियाई हॉटलाइन नंबर +85592686969
भारतीय दूतावास ने कहा कि जनवरी 2022 से अब तक नोम पेन्ह में भारतीय दूतावास ने 1,000 से अधिक भारतीय नागरिकों के प्रत्यावर्तन की सुविधा प्रदान की है. इसमें 2024 के पहले नौ महीनों में लगभग 770 शामिल हैं.