छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में जवानों ने शुक्रवार को मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराया है। जंगल से शव और हथियार बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि जवानों ने जंगल में नक्सलियों को घेर रखा है। दोनों तरफ से रुक-रुककर फायरिंग जारी है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सुबह से ही रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है।बीजापुर के SP जितेंद्र यादव ने मुठभेड़ की पुष्टि की है।
पुलिस के मुताबिक मौके से 303 राइफल समेत बड़ी संख्या में विस्फोटक बरामद किए गए हैं। एनकाउंटर स्पॉट पर सर्च ऑपरेशन भी जारी है। पुलिस ने ऑपरेशन खत्म होने के बाद डिटेल में जानकारी देने की बात कही है। वहीं 1 दिन पहले गरियाबंद जिले में भी 10 नक्सली मारे गए हैं|
1 दिन पहले मारे गए 10 नक्सली
वहीं, एक दिन पहले गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 1 करोड़ के इनामी मोडेम बालकृष्ण समेत 10 नक्सली मारे गए। एसपी निखिल राखेचा ने इसकी पुष्टि की है। मैनपुर थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके मटाल में ये मुठभेड़ हुई।
रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मैनपुर थाना क्षेत्र के जंगल में सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान पर थे, तभी उनका सामना नक्सलियों से हो गया और दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ, कोबरा (सीआरपीएफ की कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) और राज्य पुलिस के जवान इस अभियान में शामिल थे। जंगल में नक्सलियों के शव पड़े हुए हैं। आईईडी लगे होने का भी खतरा है। रात में सर्च ऑपरेशन नहीं किया जा सकता। फिलहाल, मुठभेड़ रुक गई है।
ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव था बालकृष्ण
गरियाबंद पुलिस ने गुरुवार (11 सितंबर) को मैनपुर के कुल्हाड़ी घाट से लगे पहाड़ी इलाके मटाल में संयुक्त ऑपरेशन चलाया। सुबह से रुक-रुककर कई घंटे तक मुठभेड़ चली।
एनकाउंटर में सेंट्रल कमेटी सदस्य मनोज उर्फ बालन्ना उर्फ मोडेम बालकृष्ण अपने 9 साथियों के साथ मारा गया। बालकृष्ण के पास ओडिशा राज्य कमेटी के सचिव की भी जिम्मेदारी थी।