बेटे पर मर्डर का आरोप, गांव वालों ने मां को दी इतनी बड़ी सजा; बचाव में आए SDM

उत्तराखंड में एक गांव में लोगों ने एक महिला का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. महिला का सामाजिक बहिष्कार इसलिए किया गया, क्योंकि उसका बेटा किसी व्यक्ति की हत्या का आरोपी है और अभी जेल में है. मामला कोर्ट में है, लेकिन गांव वालों ने उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया.

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अब हालात ये हैं कि महिला को दुकानों से सामान नहीं दिया जा रहा है. महिला सार्वजनिक जगहों पर नहीं जा पा रही है. इतना ही नहीं महिला को सार्वजनिक वाहनों में भी बैठने नहीं दिया जा रहा है. ये पूरा मामला चमोली जिले के ब्लॉक पोखरी के पोगठा गांव का है. महिला ने इसकी शिकायत पोखरी के एसडीएम अबरार अहमद से की.

एसडीएम ने गांव वालों के साथ की मीटिंग

इस मामले पर एडीएम ने गांव वालों के साथ मीटिंग की और ग्रामीणों को निर्देश दिया कि वो महिला के सामाजिक बहिष्कार का फैसला तुरंत वापस लें. जिस महिला का सामाजिक बहिष्कार किया गया है, उसका नाम कमला देवी है. बताया जा रहा है कि उसके बेटे हिंमाशु पर किसी व्यक्ति का हत्या का आरोप है. आरोपी फिलहाल जेल में है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है.

पांच जून महिला ने दिया था प्रार्थना पत्र

जानकारी के अनुसार, इसी घटना के बाद गांव के लोगों ने बैठक की और महिला और उसके परिवार के समाजिक बहिष्कार का प्रस्ताव पास करके ग्राम पंचायत को भेज दिया. महिला ने बीते पांच जून को इसे लेकर एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया. उसने कहा कि उसके परिवार को जंगल में जाने से रोका जा रहा है. दुकानों से सामान नहीं दिया जा रहा है. सार्वजनिक जगहों और वाहनों से बैठे से वंचित किया जा रहा है.

महिला ने एसडीएम से लगाई थी गुहार

महिला ने एसडीएम से गुहार लगाई की वो उसका सामाजिक बहिष्कार खत्म कराएं. इसके बाद एसडीएम अबरार अहमद ने मंगलवार को तहसील सभागार में ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में एसडीएम ने ग्रामीणों से कहा कि वो तुरंत महिला के सामाजिक बहिष्कार का फैसला वापस लें और उसे गांव में सारी सुविधाएं देकर सम्मान से जीने दें.

बैठक में तय हुआ कि जल्द गांव में एक और बैठक होगी, जिसकीअध्यक्षता तहसीलदार करेंगे. इसमें पीड़ित परिवार और गांव वाले रहेंगे. बैठक में सामाजिक बहिष्कार का फैसला वापस होगा.

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