नई कार में बेटे की मौत, पूजा करने मंदिर गए पति-पत्नी; विंडो के शीशे में दब गया मासूम का गला

उत्तर प्रदेश के बलिया में एक दर्दनाक घटना हुई है. यहां परिवार के साथ नई गाड़ी की पूजा कराने देवी मंदिर आए एक बच्चे की गर्दन गाड़ी के विंडो में फंस गया. आनन फानन में परिवार के लोग उसी गाड़ी से बच्चे को लेकर मऊ के अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया है. इस घटना से चंद घंटे में ही परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं. मामला उभांव थाना क्षेत्र के चकिया गांव का है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

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उभांव पुलिस के मुताबिक चकिया गाँव के रहने वाले रवि ठाकुर ने दो दिन पहले नई बलेनो गाड़ी खरीदी. घर में नई गाड़ी आने से पूरा परिवार बहुत खुश था. परिवार के सभी लोग इसी कार में बैठकर इसकी पूजा कराने के लिए सोमवार को देवी माता के मंदिर पहुंचे. मंदिर पहुंच कर परिवार के सभी लोग उतर कर पूजा की तैयारी में लग गए. इस बीच रवि ठाकुर का डेढ़ साल के बेटा रेयांश अपनी मां के साथ गाड़ी में ही बैठा रह गया.

विंडो में फंसी बच्चे की गर्दन

गाड़ी की विंडो के चारो शीशे खुले थे और यह बच्चा विंडो से बाहर झांक रहा था. इतने में उसके हाथ से बटन दब गया और ऑटोमेटिक गाड़ी का शीशा ऊपर उठने लगा. इससे बच्चे की गर्दन शीशे में फंस गई. बच्चे के चिल्लाने पर रवि ठाकुर दौड़ कर आए और शीशे को नीचे किया, लेकिन इतने समय में बच्चे की हालत खराब हो चुकी थी. ऐसे में उन्होंने पूजा छोड़ कर उसी गाड़ी से बच्चे को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने तत्काल बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.

परिवार में मचा कोहराम

ऐसे में रवि तत्काल उसी गाड़ी से मऊ अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने देखते ही बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद रवि के परिवार में कोहराम मच गया है. रवि के भाई रोशन ठाकुर ने बताया कि माता रानी के मंदिर में गाड़ी की पूजा के लिए गए थे. गाड़ी से बाहर झांक रहे बच्चे की गर्दन विंडो के शीशे में फंस गया, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है.

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