मध्य प्रदेश : चयन मंडल द्वारा 30 दिसंबर की रात जारी किए गए एमपीपीएससी के परिणाम ने कई परिवारों के चेहरों पर खुशी बिखेरी. इस सफलता की एक प्रेरक कहानी सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोडार से सामने आई है. यहां के एक गरीब आदिवासी पनिका समाज के युवक, सुधाकर प्रसाद पनिका, ने प्रदेश में 96वीं रैंक हासिल कर वन विभाग में अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया.
सुधाकर की प्रेरणादायक यात्रा
सुधाकर प्रसाद पनिका, जो कुसमी ब्लॉक के कोडार गांव के निवासी हैं, ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव की प्राथमिक पाठशाला से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने एकलव्य टमसार विद्यालय से अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी की.आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने सागर इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की.
इसके बाद सुधाकर ने एमपीपीएससी की तैयारी के लिए इंदौर का रुख किया। कठिन परिस्थितियों और कड़ी मेहनत के बावजूद उन्होंने अपने सपने को साकार किया.वर्ष 2023/24 में उन्होंने एमपीपीएससी में 96वीं रैंक हासिल कर सफलता की नई मिसाल कायम की.
परिवार की पृष्ठभूमि
सुधाकर एक साधारण किसान परिवार से हैं.उनके पिता, नंदलाल पनिका, खेती-किसानी और सब्जियां एवं दूध बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं.उनकी मां गृहणी हैं और बच्चों की पढ़ाई में हमेशा सहायक रहीं.सुधाकर परिवार में सबसे बड़े बेटे हैं.उनके छोटे भाई भास्कर और एक बड़ी बहन भी हैं.
सुधाकर का संदेश
मीडिया से बातचीत में सुधाकर ने अपनी सफलता का श्रेय मेहनत और निरंतरता को दिया.उन्होंने कहा, “जीवन में सफलता का अर्थ पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए आर्थिक और मानसिक संतुलन बनाए रखना है.अपने लक्ष्य को पाने के लिए दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत जरूरी है.”
पिता की भावुकता
सुधाकर के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं एक गरीब किसान हूं और हमेशा अपनी सीमित आय में परिवार का पालन-पोषण करता रहा.मेरे बेटे ने अपनी मेहनत और लगन से जो उपलब्धि हासिल की है, उससे मुझे गर्व महसूस हो रहा है.यह न केवल हमारे परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का क्षण है.”
सुधाकर की यह उपलब्धि साबित करती है कि कठिनाइयों के बावजूद कड़ी मेहनत और लगन से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.उनकी कहानी देश के हर युवा के लिए प्रेरणा है.