रो रहा सोनम का आशिक ‘राज’, पहले राजा रघुवंशी के मर्डर में फंसा; अब दादी की सदमे में मौत

राजा रघुवंशी की हत्या में मास्टरमाइंड राज कुशवाहा के घर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पोते के इस तरह से पकड़े जाने से सदमे में राज की दादी का निधन हो गया. राज को 9 जून को पकड़ा गया था. ठीक 10 दिन बाद उसकी दादी की सदमे में जान चली गई. राज का परिवार उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के गाजीपुर का रहने वाला है. राज अपनी मां और बहनों के साथ इंदौर में रहता था, जबकि परिवार के अन्य सदस्य फतेहपुर में ही रहते हैं. बताया जा रहा है कि दादी के निधन की सूचना मिलने के बाद इंदौर से राज का परिवार फतेहपुर के लिए रवाना हो चुका है. हालांकि राज अपने दादी के अंतिम संस्कार में जाएगा या नहीं, ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है.

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राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में शिलांग पुलिस ने उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके प्रेमी राज कुशवाहा सहित तीन अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. शिलांग पुलिस पिछले दो दिनों से इंदौर में है. पुलिस टीम एक-एक कर विक्टिम फैमिली तक से आरोपियों के परिवारों से सवाल-जवाब कर रही है. आज शिलांग पुलिस सोनम के परिजनों सहित अन्य लोगों से पूछताछ करने में जुटी हुई है. इसी बीच एक खबर आई कि हत्या में मास्टरमाइंड राज कुशवाहा की दादी का निधन हो गया है और उसका परिवार फतेहपुर के लिए निकल गया.

आज शिलांग पुलिस राज के घर जाने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही ये सूचना आ गई. फतेहपुर में ही राज कुशवाहा की दादी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. अब करीब दो हफ्ते तक परिवार का इंदौर वापस आना मुश्किल लग रहा है. ऐसे में शिलांग पुलिस क्या फतेहपुर जाएगी या फिर राज के परिवार के वापस आने का इंतजार करेगी, ये साफ नहीं हो पाया है.

सदमे में राज की दादी का निधन!

वहीं बताया जा रहा है कि दादी को पोते राज की करतूत के बारे में जानकारी लगी थी, जिसके बाद से वह सदमे में थीं. खाना-पीना तक छोड़ दिया था. पहले से ही वह बीमारी चल रही थीं. ऐसे में समदे में बीमारी और हावी हो गई और उनका निधन हो गया. फिलहाल एक बाद एक जिस तरह के खुलासे शिलांग पुलिस द्वारा किए जा रहे हैं, उससे सोनम और राज की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.

शिलांग पुलिस तेजी से कर रही जांच

पुलिस की जांच-पड़ताल में यह बात सामने आई है कि सोनम रघुवंशी किसी ‘संजय वर्मा’ नाम के व्यक्ति से बात करती थी. उसकी कॉल डिटेल भी सामने आई है. जानकारी के अनुसार, एक मार्च से 25 मार्च के बीच सोनम ने संजय वर्मा 119 फोन किए थे, लेकिन यह संजय वर्मा कौन है, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई. सोनम के भाई गोविंद ने भी संजय को पहचानने से इनकार कर दिया.

जिस तरह से आज शिलांग पुलिस ने इंदौर में जाकर सोनम के परिजनों से पूछताछ की और उसके स्वभाव के साथ ही उसकी दोस्ती किन-किन लोगों से थी, इसके बारे में जानकारी जुटाई है तो आने वाले दिनों में कुछ और खुलासे पुलिस कर सकती है.

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