सोनभद्र: उत्तर प्रदेश सोनभद्र जिले के विंढमगंज कोतवाली क्षेत्र के महुली गांव में महुअरिया रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में एक 50 वर्षीय व्यक्ति का सड़ा-गला शव मिलने से हड़कंप मच गया है. मृतक की पहचान जगदीश बियार के रूप में हुई है, जो महुली गांव का ही निवासी था. शव की हालत इतनी खराब थी कि चेहरा कीड़ों से पूरी तरह खराब हो चुका था, जिससे पहचान करना मुश्किल हो गया था. पुलिस अब मामले की गहन जांच में जुटी है.
कैसे हुई पहचान?
स्थानीय ग्राम प्रधान की सूचना पर क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल और प्रभारी निरीक्षक शेषनाथ पाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. प्रारंभिक जांच में शव की पहचान मुश्किल लग रही थी, लेकिन मृतक के पास से मिले आधार कार्ड और उसकी बहू की पुष्टि से शिनाख्त हो पाई. पुलिस को जानकारी मिली कि जगदीश का एक पुत्र बेंगलुरु में नौकरी करता है और गांव में उसकी बहू अकेली रहती है, जिसने ही शव की पहचान अपने ससुर के रूप में की.
मानसिक रूप से कमजोर और नशे का आदी
स्थानीय लोगों और परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक जगदीश बियार मानसिक रूप से कमजोर था और शराब पीने का आदी भी था. वह अक्सर गांव में बिना किसी ठिकाने के घूमता रहता था और घर भी कभी-कभार ही आता था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, जगदीश ने तीन शादियां की थीं, लेकिन अपनी मानसिक हालत और व्यवहार के कारण उसकी तीनों पत्नियों ने उसे छोड़ दिया था.
बीमारी और दवाइयों के रैपर
पुलिस ने बताया कि बीते कुछ समय से जगदीश बीमार भी चल रहा था, और उसकी जेब से कुछ दवाइयों के रैपर भी बरामद किए गए हैं. शव देखने से करीब तीन-चार दिन पुराना लग रहा है.
पुलिस जांच जारी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
गांव के लोगों से पूछताछ और प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मर्चरी हाउस भेज दिया है. प्रभारी निरीक्षक शेषनाथ पाल ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असली कारण स्पष्ट हो पाएगा. पुलिस ने फिलहाल इस मामले को संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत मानकर जांच शुरू कर दी है. क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल और प्रभारी निरीक्षक शेषनाथ पाल ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से जानकारी जुटाई और आसपास के इलाकों की भी तलाशी ली.