सोनभद्र: कोन अस्पताल की बदहाली पर आनंद पटेल दयालु ने उठाई आवाज़, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को सौंपा ज्ञापन!

Uttar Pradesh: सोनभद्र के कोन ब्लॉक का सरकारी अस्पताल, जो लगभग दो लाख से अधिक की आबादी को चिकित्सा सुविधाओं के लिए तरसा रहा है, अब उसकी बदहाली को एक जनप्रतिनिधि ने आवाज़ दी है. अपना दल (एस) युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद पटेल दयालु ने कोन अस्पताल की दयनीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इस मुद्दे को राजधानी लखनऊ में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री माननीया अनुप्रिया पटेल के समक्ष उठाया.

Advertisement

आनंद पटेल दयालु ने बताया कि कोन अस्पताल में वर्षों से मात्र एक डॉक्टर कार्यरत है, न कोई नियमित दवा उपलब्ध है और न ही मूलभूत सुविधाएं. यह स्थिति ऐसे क्षेत्र में है जहाँ लगभग दो लाख की आबादी निवास करती है और अपनी दैनिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए इसी अस्पताल पर निर्भर है.

ज्ञापन में रखी गईं प्रमुख मांगें:

आनंद पटेल दयालु द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कोन अस्पताल की स्थिति सुधारने हेतु निम्नलिखित मुख्य मांगें रखी गईं:

कम से कम पांच डॉक्टरों की नियुक्ति, जिसमें एक महिला डॉक्टर अनिवार्य रूप से शामिल हो.

सोनभद्र के खनिज राजस्व से प्राप्त होने वाली जिला खनिज निधि (DMF) का उपयोग करके एमआरआई (MRI), अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) और अन्य आधुनिक मशीनों की व्यवस्था.

अस्पताल में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और तकनीकी स्टाफ की भर्ती. गंभीर मरीजों को वाराणसी जैसे बड़े शहरों की यात्रा न करनी पड़े, इसके लिए स्थानीय स्तर पर ही इलाज की समुचित व्यवस्था.

आनंद पटेल दयालु ने ज्ञापन में इस बात पर विशेष जोर दिया कि “यह क्षेत्र खनन से उत्तर प्रदेश सरकार को अरबों का राजस्व देता है, लेकिन यहाँ के लोग दवा और इलाज को तरसते हैं. यह कैसा न्याय है? कोन में अगर डॉक्टर नहीं आए तो यह व्यवस्था के खिलाफ एक बड़ा सवाल होगा.”

मंत्री जी ने दिया आश्वासन

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस गंभीर विषय को जनहित में लेते हुए भरोसा दिलाया कि “ब्लॉक – कोन की स्थिति पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। शीघ्र ही डॉक्टरों की नियुक्ति और दवा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.”

यह आश्वासन सिर्फ शब्द नहीं बल्कि उस माँ की उम्मीद है जो इलाज के लिए अस्पताल का मुँह तकती है, उस मजदूर की राहत है जो दवा न मिलने पर दर्द में काम करता है। यह कोन जैसे उपेक्षित क्षेत्र की पहली बड़ी जीत मानी जा रही है.

संगठन की भूमिका और जन समर्थन

इस महत्वपूर्ण ज्ञापन को सौंपते समय कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व जिलाध्यक्ष सत्यनारायण पटेल, प्रदेश महासचिव व्यापार मंच श्री नंदलाल वर्मा, जिला सचिव श्री संतोष कनौजिया, जिला कार्यकारिणी सदस्य श्री के डी पटेल, कायदे आज़म सहित अनेक कार्यकर्ता और ग्रामीणजन शामिल थे। यह उपस्थिति इस मुद्दे पर व्यापक जन समर्थन को दर्शाती है.

संघर्ष रहेगा जारी: आनंद पटेल दयालु

आनंद पटेल दयालु ने स्पष्ट कहा – “मैं इस धरती का बेटा हूँ. जब तक कोन ब्लॉक में सभी जरूरी डॉक्टर और संसाधन नहीं पहुँचते, मेरा संघर्ष जारी रहेगा. यह मेरी माटी की पुकार है और मैं इसे हर कीमत पर आवाज़ देता रहूँगा।” यह दर्शाता है कि स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उनका संकल्प अटूट है.

Advertisements