सोनभद्र: जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने आज सुबह विकास भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिससे वहां कार्यरत कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई.
सुबह लगभग 10 बजकर 20 मिनट पर हुए इस निरीक्षण में मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी सहित कुल 36 कर्मचारी अपने कार्यालयों से अनुपस्थित पाए गए.
जिलाधिकारी ने इस व्यापक अनुपस्थिति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है, उन्होंने सभी अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को भविष्य में समय पर कार्यालय आने की सख्त चेतावनी दी है। इसके साथ ही, उन्होंने संबंधित विभागों के प्रमुखों को तलब कर अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगने और उसकी रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी ने कार्यालय परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था को भी दुरुस्त करने के कड़े निर्देश दिए हैं.
निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी/परियोजना निदेशक हेमन्त कुमार सिंह, उपायुक्त श्रम रोजगार, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.
जांच के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय की उपस्थिति पंजिका में पर्यवेक्षक शिवमोहन लाल का आकस्मिक अवकाश दर्ज पाया गया, लेकिन उनका अवकाश प्रार्थना पत्र स्वीकृत नहीं था। इसी प्रकार, अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संतोष कुमार भी बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे। जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में वाहन चालक विनोद कुमार और चपरासी प्रभाकर भी गैरहाजिर मिले.
जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने कहा कि कार्यालयों में समयनिष्ठा और अनुशासन को हर हाल में सुनिश्चित किया जाना चाहिए और इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.