सोनभद्र: ग्रामीणों की सूझबूझ से दुद्धी में 34 बैल तस्करी की बड़ी साज़िश नाकाम!

सोनभद्र: शुक्रवार की रात दुद्धी कोतवाली अंतर्गत अमवार चौकी क्षेत्र के गोहड़ा गांव में ग्रामीणों ने कमाल कर दिया! उनकी चौकन्नी नज़र और ज़बरदस्त सूझबूझ से पशु तस्करी का एक बड़ा खेल बिगड़ गया. किरमा नाला के पास नौ तस्करों को 34 प्रतिबंधित बैलों के साथ धर दबोचा गया, जो इन बेज़ुबान जानवरों को झारखंड और बिहार के कसाईखानों तक पहुंचाने की फिराक में थे. ग्रामीणों की तेज तर्रार कार्रवाई और पुलिस की फूर्तीली मदद से तीन तस्कर तो मौके पर ही पकड़े गए, जबकि बाकी छह अंधेरे का फायदा उठाकर चंपत हो गए.

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गोहड़ा गांव का ‘जागता पहरा’

गांव के ग्राम प्रधान कामता प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को गोहड़ा गांव में साप्ताहिक हाट लगता है, जिससे बाज़ार में खूब चहल-पहल रहती है. हाट खत्म होने के बाद जब ग्रामीण अपने घरों को लौट रहे थे, तभी रात के करीब 9 बजे उनकी नज़र किरमा नाला के पास कुछ संदिग्ध लोगों पर पड़ी. ये लोग बैलों के एक बड़े झुंड को हांकते हुए ले जा रहे थे. उनकी संदिग्ध हरकतों को भांपते ही ग्रामीणों ने उन्हें रोका और पूछताछ शुरू की. तस्करों के गोलमोल जवाबों से ग्रामीणों का शक और गहरा गया.

पुलिस का ‘धावा’, तस्करों पर ‘गाज’

बिना देर किए, ग्रामीणों ने फौरन इसकी खबर अमवार चौकी को दी. प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह और चौकी प्रभारी मक्खन राम अपनी टीम के साथ बिजली की तेज़ी से मौके पर पहुंच गए. पुलिस और ग्रामीणों की संयुक्त कार्रवाई का नतीजा यह रहा कि तीन तस्करों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया. हालांकि, छह तस्कर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे. बरामद किए गए सभी 34 प्रतिबंधित बैलों को फिलहाल ग्राम प्रधान कामता प्रसाद के आवास परिसर में सुरक्षित रखा गया है.

मध्यप्रदेश से झारखंड तक का ‘मौत का सफ़र’

पकड़े गए तस्करों से हुई पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. पता चला कि ये सभी बैल मध्यप्रदेश के बैढ़न से लाए गए थे. पहले इन्हें बीजपुर लाया गया और फिर घाघरा होते हुए देवहार में गाड़ियों से उतारा गया. इसके बाद तस्कर पैदल ही जंगल के दुर्गम रास्तों, नधीरा और किरमा नाला को पार कर गोहड़ा पहुंचे थे. उनकी नापाक योजना इन जानवरों को गौकशी के लिए झारखंड और बिहार के कसाईखानों तक पहुंचाना था.

एएसपी का बयान: “35 गोवंश बरामद, कार्रवाई जारी”

एएसपी ऑपरेशन त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को दुद्धी क्षेत्र में 35 गोवंशों को वध के लिए तस्करी करते हुए 3 पशु तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि कब्ज़े से 35 गोवंशों को बरामद किया गया है. सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की विवेचनात्मक कार्रवाई जारी है. इस घटना से एक बार फिर साबित हो गया है कि पशु तस्करी के खिलाफ ग्रामीणों की जागरूकता और पुलिस की तत्परता कितनी ज़रूरी है.

 

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