जिला अस्पताल लोढ़ी में बम होने की झूठी सूचना देने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. युवक की इस हरकत से अस्पताल और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ लिया, जिसने केवल शरारत के लिए डायल 112 पर कॉल किया था.
क्या थी पूरी घटना?
4 अगस्त 2025 को डायल 112 पर एक कॉलर ने जिला अस्पताल लोढ़ी में बम रखे होने की सूचना दी. यह खबर सुनते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया. चूंकि मामला एक संवेदनशील जगह से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने बिना देर किए कार्रवाई शुरू कर दी.
अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, प्रभारी निरीक्षक रॉबर्ट्सगंज, चौकी प्रभारी लोढ़ी, फायर सर्विस और फील्ड यूनिट की टीमें तुरंत अस्पताल परिसर में पहुंच गईं। पुलिस बल ने पूरे अस्पताल, उसके वार्डों और अन्य संवेदनशील जगहों की गहनता से जांच की। घंटों चली तलाशी के बाद भी पुलिस को कहीं भी कोई संदिग्ध वस्तु या बम नहीं मिला। यह स्पष्ट हो गया कि सूचना झूठी थी.
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
पुलिस अधीक्षक सोनभद्र अशोक कुमार मीणा के निर्देश पर, पुलिस ने इस झूठी सूचना के पीछे के व्यक्ति को ढूंढने का फैसला किया। 5 अगस्त 2025 को सर्विलांस की मदद से पुलिस की टीम ने उस नंबर को ट्रैक किया जिससे कॉल की गई थी.
जांच में पता चला कि यह कॉल फैज पुत्र सफीक (19 वर्ष) नाम के एक युवक ने की थी, जो मधुपुर, रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र का रहने वाला है.
पुलिस ने की गिरफ्तारी
सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर, थाना रॉबर्ट्सगंज की पुलिस टीम ने फैज को गिरफ्तार कर लिया। फैज ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया.
इस गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी गुप्ता, निरीक्षक अपराध माधव सिंह, उप-निरीक्षक संजय सिंह (चौकी प्रभारी लोढ़ी), उप-निरीक्षक रविकांत मिश्रा (चौकी प्रभारी सुकृत) और हेड कांस्टेबल अभिमन्यू यादव जैसे अधिकारी शामिल थे। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की वजह से एक बड़ी अफवाह और संभावित दहशत को फैलने से रोका जा सका.