सोनभद्र:खनन मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से जारी है अवैध खनन,प्रशासन बना मूक दर्शक.

सोनभद्र : जिले के डाला चौकी अंतर्गत श्री महादेव इंटरप्राइजेज खदान में खनन के सभी मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से अवैध खनन लगातार जारी है. लगभग 8 से 10 जेसीबी लगाकर खनन मानकों को दरकिनार कर निर्धारित घन मीटर से कई गुना अधिक अप्रत्याशित खनन किया जा रहा है. यही नहीं, इस खदान में ना ही कोई सिंचाई की व्यवस्था की गई है, बल्कि रात और दिन दोनों ही समयों पर धड़ल्ले से काम किया जा रहा है.

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कोरोना काल में जेसीबी का प्रयोग बर्डन हटाने के नाम पर शुरू हुआ था, जिनकी संख्या खनन क्षेत्र में घटने की बजाय बढ़ती ही जा रही है. कोरोना तो चला गया, किंतु जेसीबी और अन्य प्रतिबंधित मशीनों का प्रयोग बढ़ता गया. आलम यह है कि जब पहले कोई खदान खुलती थी तो एक खदान में हजारों मजदूर काम करते थे

किंतु अब जेसीबी की इस परिपाटी ने लाखों मजदूरों के पेट पर लात मार दिया है. जबकि खनन का उद्देश्य रोजगार को बढ़ावा देना था, किंतु आज इसका उद्देश्य सरकार को राजस्व दिखाकर बड़े पैमाने पर राजस्व चोरी करके धन संग्रह करना है.

 

निर्धारित घन मीटर से कई गुना अधिक किया जा रहा है अवैध खनन, प्रशासन बना मूक दर्शक

इसी क्रम में महादेव इंटरप्राइजेज द्वारा लीज खदान में यह राजस्व चोरी अनियंत्रित ब्लास्टिंग और 8-10 जेसीबी की मदद से तथा सेफ्टी माइंस के नियमों को दरकिनार कर तथा वार्षिक ते घन मीटर से भी कई गुना अधिक खनन किया जा रहा है.

 

जहां एक तरफ योगी सरकार अपने समस्त अधिकारियों को जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करने के लिए सदैव आदेशित करती रही है, वहीं इतने बड़े पैमाने पर राजस्व लूट के लिए जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों की मनमर्जी ही चल रही है, जिससे लाभान्वित और पोषित भ्रष्ट अधिकारी व खनन माफिया लगातार बड़े पैमाने पर धन संग्रह कर रहे हैं.

खबर लगाने का उद्देश्य माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तक खबर पहुंचाने और उनके द्वारा स्वयं इस तरह के मामलों को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करने का है. देखना दिलचस्प होगा कि ऐसी खदानों पर क्या कार्रवाई की जाती है, जबकि खनिज विभाग पर ही राजस्व लूट के लगातार आरोप लग रहे हैं.

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