सोनभद्र: रेणुकूट नगर पंचायत का वार्ड नंबर 2, धैकार बस्ती, इस समय कूड़े और कचरे के विशाल ढेर में तब्दील हो चुका है. स्थिति इतनी भयावह है कि स्थानीय लोगों को यहाँ से अनेकों गंभीर बीमारियों के जन्म लेने का डर सता रहा है, खासकर ऐसे समय में जब कोरोना का प्रकोप फिर से सिर उठा रहा है.
स्थानीय निवासी और शिकायतकर्ता डब्ल्यू सिंह ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर कई बड़े अधिकारियों को लिखित सूचना दी जा चुकी है. लेकिन, हैरानी की बात यह है कि वन विभाग और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी दोनों ही इस मामले पर मौन साधे हुए हैं. उनकी इस ‘अनदेखी’ से बस्ती के लोग बेहद परेशान हैं और उनका गुस्सा अब फूट पड़ा है.
डब्ल्यू सिंह ने बताया है कि इन अधिकारियों को जनता की समस्याओं से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वे “धन कमाने” में व्यस्त हैं. उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए एक वीडियो शेयर करने की अपील की है, ताकि उनकी आवाज़ उन बड़े अधिकारियों तक पहुँच सके और इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल कोई कार्रवाई हो सके.
धैकार बस्ती की सड़कों पर बिखरा कचरा, नालियों में जमा गंदगी और हर जगह पसरी दुर्गंध ने यहाँ के निवासियों का जीना मुहाल कर दिया है. बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच ऐसी अस्वच्छता की स्थिति किसी बड़े जनस्वास्थ्य संकट को न्योता दे सकती है.
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे. क्या प्रशासन जागेगा या धैकार बस्ती को बीमारियों के चंगुल में फँसने के लिए छोड़ दिया जाएगा? यह एक बड़ा सवाल है.