सोनभद्र: जिले में अवैध खनन का कारोबार बेखौफ जारी है. खनन माफिया बिना किसी डर के ट्रैक्टर लगाकर धड़ल्ले से बालू निकाल रहे हैं और उसे ऊंचे दामों में बेचकर सरकारी राजस्व को भारी चूना लगा रहे हैं. स्थानीय लोगों का तो सीधा आरोप है कि यह सब प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है, जिससे उनकी निष्क्रियता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
पुल पर मंडराया खतरा
अब तो इन खनन माफियाओं ने सारी हदें पार कर दी हैं। वे नदी के बीच में बनी पुलिया तक पहुंच गए हैं और वहीं से खनन कर रहे हैं। इससे पुल की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है, जो भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। हैरानी की बात यह है कि इतनी बड़ी लापरवाही और खुलेआम कानून के उल्लंघन के बावजूद, प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.
अधिकारी का आश्वासन: क्या सिर्फ बातें?
जब इस संबंध में उप जिलाधिकारी निखिल यादव से फोन पर बात की गई, तो उन्होंने बताया कि नदी में हो रहे इस अवैध खनन की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, स्थानीय लोग इस आश्वासन पर ज्यादा भरोसा नहीं कर रहे हैं, क्योंकि वे लंबे समय से इस अवैध गतिविधि को होते देख रहे हैं और प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम उठता नहीं दिख रहा है.