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सोनभद्र: अंधविश्वास की आड़ में हिंसा, पुलिस ने चार पर दर्ज किया केस

 सोनभद्र: दुद्धी क्षेत्र के अंतर्गत 21वीं सदी में जहां दुनिया चांद पर घर बसाने का सपना देख रही है, वहीं सोनभद्र के दुम्हान गांव में कुछ लोग अंधविश्वास के जाल में फंसे हुए हैं. यहां देवता के नाम पर लोगों को बुरी तरह पीटा जा रहा है.

 

गांव के चिंता मणि पुत्र स्व. रामप्यारे निवासी शरीर पर देवता की सवारी आने का दावा करते हुए गांव के धाम पर आ गए. इस दौरान उन्होने कहा कि मेरे गांव के जगत को पकड़ लाओ. उसके साथ अमरजीत पुत्र स्व. राम और राम बेलास पुत्र स्व. राम प्रसाद, नन्हकी देवी पत्नी रामबेलास को पकड कर लाने के लिए शिव रतन पुत्र स्व. श्यामा प्रसाद और भानुजीत पुत्र राम औतार को भेजा.

 

इन लोगों के कहने पर तीनों लोग गांव के धाम पर पहुंचे.वहां, पहुंचने के बाद उन पर दूसरों के उपर भूत-प्रेत करने का आरोप लगाते हुए खींचकर धाम के भीतर बैठा दिया.जगत का आरोप है कि वहां रखे लकड़ी के लफड़े (लट्ठे) से उसके पीठ पर दो-तीन बार मार दिया.आरोप है कि ऐसा एक बार नहीं कई बार किया गया.जब बर्दाश्त से बाहर हो गया तब उसने पुलिस की शरण ली.

 

पीड़ित ने जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस भी हैरान रह गई. इस मामले में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।.पुलिस के मुताबिक प्रकरण में, बीएनएस की धारा 115(2), 351(3) के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है.

 

यह घटना एक बार फिर हमें अंधविश्वास के खतरों की याद दिलाती है.हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है जो देवता के नाम पर लोगों को गुमराह और मारपीट करते हैं.

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