रायपुर जिले के तिल्दा-नेवरा के तुलसी नेवरा गांव के सोनचंद जलक्षत्री ने एक अनूठी मांग की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से 12 दिन के लिए देश का शिक्षा मंत्री बनाने की मांग की है।
सोनचंद ने अपना आवेदन राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को सौंपा है। उन्होंने इसकी एक प्रति राष्ट्रपति को भी भेजी है। सोनचंद का कहना है कि स्वतंत्र भारत के 78 वर्षों में शिक्षा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।
उनका दावा है कि वे मात्र 12 दिनों में शिक्षा के स्तर में सुधार ला सकते हैं। सोनचंद के पास 35 वर्षों का रिसर्च एंड डेवलमेंट का अनुभव है। उन्होंने बताया कि 12 दिन यानी प्रतिदिन 8 घंटे के हिसाब से 96 घंटे का समय उनके लिए पर्याप्त है।
सोनचंद के अनुसार, एआई के माध्यम से कम समय में शिक्षा स्तर में सुधार का ट्रेलर उनके पास है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जिस तरह 2-4 साल की किसी व्यक्ति की जीवन कहानी 3 घंटे की फिल्म में समेट दी जाती है, उसी तरह उनकी तकनीक को भी कुछ घंटों में समझा जा सकता है।
उन्होंने केंद्रीय विद्यालय का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां शिक्षकों को साल में 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य है। इसलिए उनकी मांग के अनुसार 96 घंटे का समय शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए काफी है।