Uttar Pradesh: गोंडा जिले में इंसाफ और संवेदना का अद्भुत उदाहरण पेश किया गया है। उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र के धन्नीपुरवा गांव में 24 अप्रैल की रात हुए हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था। बदमाशों ने उदय कुमारी के भाई शिवदीन की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी थी। लेकिन तब गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने जो निर्णय लिया, वह आज लोगों के लिए प्रेरणा बन गया.
उन्होंने अपनी तीन दिन की पारिवारिक छुट्टी को तत्काल रद्द कर दिया और कहा,”जब तक पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिलेगा, मैं इस गांव में दोबारा कदम नहीं रखूंगा।”और उन्होंने वही किया ना सिर्फ आरोपियों को मुठभेड़ और जेल के रास्ते भेजा, बल्कि उस बहन उदय कुमारी की शादी भी खुद की निगरानी में पूरे रीति-रिवाज के साथ करवाई.
इसी मानवता भरे कार्य से प्रभावित होकर रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार व देवी अवार्ड से सम्मानित जूली पांडे जब उत्तराखंड के नीम करौली धाम में थीं, तभी उन्होंने यह खबर देखी और भावविभोर होकर कहा “आज भी हमारे बीच भगवान और मानवीय संवेदना को अपने दिलों में जगाये हुए पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल जैसे लोग हैं।” और साथ ही साथ उन्होंने अपनी टीम के साथ संकल्प लिया कि SP विनीत जायसवाल और उनकी धर्मपत्नी डॉ. तन्वी जायसवाल का सार्वजनिक रूप से सम्मान करेंगी.
इसी कड़ी में आज गोंडा पुलिस लाइन कार्यालय में एक भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जूली पांडे, रोशनी पांडेय, रोहिणी पांडेय, बबीता पांडेय, तन्नू पांडेय, कार्तिकेन्द्र श्रीवास्तव, शिवेंद्र श्रीवास्तव, विमल और ललित ने फूलों की वर्षा कर SP दंपति को स्मृति चिन्ह भेंट किया.
SP विनीत जायसवाल ने इस अवसर पर कहा –”छुट्टी पर जाना ज़रूरी नहीं था, ज़रूरी था उस परिवार के आंसुओं को थामना और उन्हें न्याय देना। जब शादी कराई, तो ऐसा लगा जैसे एक बेटी की विदाई हमने अपने घर से की हो।”
यह कहानी सिर्फ एक पुलिस अफसर की नहीं, बल्कि वर्दी के पीछे छिपे दिल की है – जो सिर्फ अपराध नहीं रोकता, कभी-कभी टूटे हुए घरों को फिर से जोड़ भी देता है.