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सावरकर के समर्थन में सपा! राहुल गांधी से कहा- ‘एक भी गलत शब्द बोलने से पूर्व 100 बार मंथन करना चाहिए’

UP News: लोकसभा में शनिवार को संविधान के 75 साल की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और वीर सावरकर पर निशाना साधते हुए सदन में संविधान मनुस्मृति की प्रतियां लहराईं. उन्होंने सत्ता पक्ष से पूछा कि आपके नेता ने संविधान की जगह मनुस्मृति से देश चलाने की वकालत की थी. लेकिन वीर सावरकर पर समाजवादी पार्टी नेता ने राहुल गांधी को आईना दिखाया है.

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वीर सावरकर पर की गई राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद सपा नेता आईपी सिंह ने लिखा, ‘कोई बहुत समझदार बुद्धिमान व्यक्ति ही वीर सावरकर जी के बारे में अभद्र भाषा बोल सकता है. कालापानी अंडमान निकोबार के उस सेलुलर जेल में लगभग 9-10 वर्ष सजा काटे. उस जेल से बचकर आने वाले 2% से कम लोग रहे. आजके राजनेताओं पर दो चार मुकदमें 8-10 महीने की जेल हो जाय तो अपने को शहीद बताता है.’

वहीं श्रीकांत शिंदे ने कहा, “राहुल गांधी ने संविधान छोड़कर सभी मुद्दों पर बात की. वह जो हर समय सावरकर जी को गाली देने का काम करते हैं, उन्होंने आज भी वही किया. लेकिन, मैंने उनकी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधा का पत्र उनको दिखाया. उनको यह बात पता नहीं थी कि इंदिरा गांधी के विचार सावरकर के लिए क्या थे. आज उनको पता चला, इसलिए वह तिलमिला उठे.’

क्या बोले सपा नेता

सपा नेता ने कहा, ‘महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी के बारे में यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने उन्हें भारत का एक महान सपूत बताया था. किसी भी स्वतंत्रता सेनानी के बारे में एक भी गलत शब्द बोलने से पूर्व 100 बार मंथन करना चाहिए. भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिये थे. मैं देशवासियों से अपील करता हूँ कि वे पोर्टब्लेयर कालापानी अवश्य जाय सेलुलर जेल और वह काल कोठरी देखें जिसमें उन्होंने अपनी जवानी खपा दी थी. आज तो लोग नाखून कटवाकर शहीद बन रहे हैं.’

 

हालांकि श्रीकांत शिंदे को जवाब देने के लिए राहुल गांधी खुद खड़े हुए. उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. ये बात आपके नेता सावरकर ने कही थी, जिसकी आप पूजा करते हैं. सावरकर पर इंदिरा गांधी जी की राय- इंदिरा गांधी जी ने मुझे बताया कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया. सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी मांगी. इंदिरा जी ने ये भी कहा- गांधी जी जेल गए, नेहरू जी जेल गए और सावरकर ने माफी मांग ली.’

 

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