समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि सरकार उनकी हत्या करवाने की साजिश कर रही है. उन्होंने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश भी मांगे हैं. राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में सुमन ने दावा किया कि कई हमलों और जान से मारने की धमकियों के बावजूद दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
रामजी लाल सुमन ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन द्वारा अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है. सुमन ने कहा कि धमकियां संसद में राजपूत राजा महाराणा सांगा के बारे में दिए गए उनके बयान के बाद शुरू हुईं, जिसे बाद में सभापति ने राज्यसभा की कार्यवाही से हटा दिया.
उन्होंने कहा, “भले ही बयान का अब कोई आधिकारिक महत्व नहीं है, लेकिन कथित तौर पर भाजपा के इशारे पर इसे राष्ट्रीय और सोशल मीडिया में व्यापक रूप से प्रसारित किया गया, जिसके कारण आपराधिक तत्वों द्वारा हत्या, सिर काटने और गोली मारने की धमकियां दी गईं.”
उधर, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने रामजी लाल सुमन व उनके बेटे पूर्व विधायक रणधीर सुमन की याचिका पर केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा है. याचिका की अगली सुनवाई 28 मई को होगी. सुमन ने अपनी याचिका में सुरक्षा की गुहार लगाई है, साथ ही आवास पर हमला करने वाले करणी सेना से जुड़े आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग भी की है.
मालूम हो कि राज्यसभा में बहस के दौरान रामजी लाल सुमन की ओर से राणा सांगा को लेकर दिए गए विवादित बयान से नाराज करणी सेना ने उनके आगरा स्थित आवास के बाहर उग्र प्रदर्शन किया था. हाल ही में उनके काफ़िले पर भी हमला हुआ था.