दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में स्ट्रीट डॉग्स के लिए QR कोड वाले खास ID कार्ड बनाए जा रहे हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि कुत्तों को भला ID कार्ड की क्या जरूरत है? दरअसल, इन कार्ड्स में कुत्तों की जरूरी जानकारियां शामिल हैं. जैसे नाम, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट, वैक्सीनेशन रिकॉर्ड और उनको फीड करने वालों/देखभाल करने वालों की जानकारियां. ताकि खोए हुए कुत्तों को उनकी देखभाल करने वालों से आसानी से दोबारा मिलवाया जा सके. दिल्ली में ही नहीं देश के अलग-अलग कोनों में अब तक 6350 कुत्तों के लिए ये स्पेशल टैग बनाए जा चुके हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 27 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल नंबर वन और इंडिया गेट जैसी अलग-अलग जगहों पर 100 कुत्तों को ये कार्ड पहनाए गए. कुत्तों वाले ये ID कार्ड ‘पॉफ्रेंड’ नाम के NGO की एक खास पहल के तहत बनाए जा रहा हैं. ये NGO देश में आवारा जानवरों की देखभाल और सुरक्षा के लिए काम करता है. पॉफ्रेंड के फाउंडर अक्षय रिडलान ने बताया कि वो अब तक देश भर में 6370 टैग बांट चुके हैं और इस साल डिस्ट्रिब्यूशन को दस गुना बढ़ाने की प्लानिंग कर रहे हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पॉफ्रेंड में दिल्ली ब्रांच की हेड प्रिया चोपड़ा बताती हैं कि इस पहल का मकसद कुत्तों की सुरक्षा को बढ़ाना है. बोलीं, ये दिल्ली के सभी एनिमल लवर्स के लिए खुशी का पल है क्योंकि हम अपने प्यारे साथियों के लिए एक सुरक्षित भारत की ओर बढ़ रहे हैं. हमारी कम्युनिटी का एक कुत्ता ब्राउनी लापता हो गया था लेकिन Pawfriend.in के QR टैग की मदद से वो अगले ही दिन हमें मिल गया.
एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मानवी राय ने बताया कि ये टैग प्यारे जानवरों के लिए जरूरत के वक्त लाइफलाइन के तौर पर काम करेंगे. पिछले साल जुलाई में पहल के तहत मुंबई एयरपोर्ट के पास भी 20 कुत्तों के लिए ये खास ID कार्ड बनाए गए थे. अक्टूबर में खड़गपुर में भी 100 कुत्तों को टैग बांटे गए.