जबलपुर में विद्युत मंडल द्वारा बिजली चोरी , लाइन लॉस और बिल न चुकाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया है, यह अभियान शहर के उन इलाकों में चलाया जा रहा है जहां बिजली बिल की वसूली कम होती है. मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण मंडल के सिटी चीफ इंजीनियर संजय अरोड़ा के मार्गदर्शन में हनुमान ताल से रद्दी चौकी के बीच बसी घनी बस्ती में यह अभियान शुरू किया गया. इस अभियान को सफल बनाने के लिए mpeb के द्वारा 20 टीमें बनाई गई. जिन्होंने एक साथ जांच शुरू की है.
अधिकारियों की टीम घरों में बिजली मीटर और बिलों की जांच करने पहुंची तो बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता मिले जिनके यहां मीटर लगा है लेकिन वह बिजली के खंभे में तार फसा कर डायरेक्ट बिजली जला रहे हैं, कई उपभोक्ताओं ने लंबे समय से बिजली का बिल जमा नहीं किया, तो वहीं कई उपभोक्ता ऐसे भी थे जिनके बिजली मीटर खराब है और उन्होंने अभी तक मीटर नहीं बदलवाए, एमपीईबी के अधिकारियों का कहना है की शहर में करीब 3 लाख 80 हजार विद्युत उपभोक्ता रजिस्टर्ड है जबकि शहर के कई इलाके ऐसे हैं जहां लाइन लॉस हो रहा है और बिजली बिल की वसूली भी आधे से कम है.
इन्हीं में से एक पूर्व विधानसभा का यह इलाका है जहां जांच के दौरान 2 घंटे में ही 45 प्रकरण दर्ज हो गए यह अपने आप में हैरान करने वाली बात है कि हर तीसरे घर में या तो चोरी से बिजली जलाई जा रही है या कई महीनों से बिजली बिल जमा ही नहीं किया गया, बिजली विभाग को इस क्षेत्र से तकरीबन 3 करोड रुपए की आई होनी चाहिए लेकिन बिजली बिल जमा करने वालों की संख्या इतनी कम है कि यह आंकड़ा 50% यानी डेढ़ करोड़ रुपए तक भी नहीं पहुंच पाता.
लंबे समय से मिल रही शिकायतो के बाद भी लोगों को कई बार समझाइश दी गई लेकिन कोई भी उपभोक्ता नियमों का पालन करने के लिए तैयार नहीं है. फिलहाल लोगों को समझाइश भी दी जा रही है इसके साथ ही पेनल्टी के साथ बिल जमा करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं. बहरहाल एमपीईबी की टीमें लगातार इस मामले में जांच कर रही हैं और यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा.