सैफई : नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) की बढ़ती चुनौती को देखते हुए उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के मेडिसिन विभाग में गुरुवार को विशेष फैटी लिवर क्लिनिक की शुरुआत की गई. उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने किया।
कुलपति ने कहा कि भारत सहित दुनिया के कई देशों में यह रोग तेजी से फैल रहा है। शुरुआती चरण में इसके लक्षण प्रायः नजर नहीं आते, लेकिन समय पर पहचान न होने पर यह सिरोसिस, लिवर कैंसर और लीवर फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं में बदल सकता है.उन्होंने इसे समय पर जांच और उपचार के लिए अहम पहल बताया.
क्लिनिक के इंचार्ज एसोसिएट प्रो. (डॉ.) सुशील कुमार यादव ने बताया कि यह सेवा हर बुधवार और शनिवार को हेपेटाइटिस क्लिनिक के साथ उपलब्ध रहेगी.यहां फाइब्रोस्कैन जांच पूरी तरह निःशुल्क होगी। इसके अलावा मरीजों को लिवर फंक्शन टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, विशेषज्ञ परामर्श, पोषण मार्गदर्शन और जीवनशैली सुधार योजनाएं भी दी जाएंगी.
डॉ. यादव ने कहा कि क्लिनिक का मकसद केवल इलाज नहीं बल्कि जन-जागरूकता भी है—संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और परहेज के जरिए लोग इस बीमारी से बच सकते हैं.
शुभारंभ अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) एस.पी. सिंह, जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार समेत कई संकाय सदस्य उपस्थित रहे.