अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में कारसेवकों पर गोलियां चलीं. उनके हाथ रामभक्तों के खून से रंगे हैं. इनको (सपाइयों) विवादित ढांचा प्यारा था, मगर उसे राम भक्तों ने नेस्तनाबूद कर दिया. अगर सपा का सारा कच्चा-चिट्ठा सामने आ जाए तो ये मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे.
सीएम योगी ने यहीं नहीं रुके, उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जितने अपराध में लिप्त माफिया हैं सब इनके (सपाइयों) चचा जान थे. माफिया के आगे नाक रगड़ने वाले आज साधु-संतों को माफिया कहते हैं. दरअसल, अखिलेश ने बीते दिनों बिना नाम लिए सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा था कि ‘मठाधीश और माफिया में बहुत फर्क नहीं होता.’ उनके इसी बयान पर सीएम ने रिएक्ट किया है.
गौरतलब हो कि आज (19 सितंबर) अयोध्या के मिल्कीपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ के निशाने पर समाजवादी पार्टी ही रही. उन्होंने कहा- “जैसे कुत्ते की दुम सीधी नहीं हो सकती, वैसे ही सपा के गुंडे सीधे नहीं हो सकते. इनसे लड़कर ही उन्हें सीधा किया जा सकता है. वो काम हमारी सरकार कर रही है.”
सीएम योगी ने कहा कि यूपी देश के विकास का ग्रोथ इंजन है, 2017 के पहले सपा सरकार एक बैरियर थी. 2017 के पहले गरीबो का भोजन सपा के गुंडे ले जाते थे. जितने भी माफिया हैं, वह सब सपा से जुड़ा हुआ था, तब माफिया की सरकार चलती थी. बबुआ 10 बजे सो कर उठता था और हिस्सा-बांट करता था.
सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान सपाई गरीब का भोजन लूटते था, जमीन कब्जा करते थे, जब इनपर कार्रवाई होती है तो इनका सरगना परेशान होगा ही. बकौल सीएम योगी- अयोध्या में जमीन का कोई घोटाला नहीं हुआ. दीपोत्सव पर जब अयोध्या में दीप जलते है तो परेशानी सपा मुखिया और पाकिस्तान दोनों को होती है.
बता दें कि सीएम योगी ने अयोध्या के मिल्कीपुर में ₹1000 करोड़ से अधिक की 83 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास किया. इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की उलब्धियां गिनाईं. उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे के साथ भाषण की शुरुआत की.