18 बार चाकू घोंपा, फिर गला काटा… 10 साल की बच्ची को 14 साल के छात्र ने मारा, क्यों बन गया हैवान?

हैदराबाद में शुक्रवार शाम पुलिस ने दसवीं कक्षा के एक 14 वर्षीय छात्र को 10 साल की एक बच्ची की कथित तौर पर हत्या के आरोप में हिरासत में लिया. एक विशेष अभियान दल ने उस किशोर को गिरफ्तार किया, जिसका परिवार बच्ची के घर के पड़ोस में रहता था. आरोपी युवक चोरी के इरादे से पड़ोस वाले घर में पहुंचा था, उसे क्या मालूम था कि पड़ोस में रहने वाली लड़की घर पर ही मौजूद है. चोरी करने के दौरान लड़की ने आरोपी युवक को देख लिया था.

पुलिस के अनुसार लड़का पैसे चुराने के इरादे से चाकू लेकर लड़की के फ्लैट में घुस गया था. उसे पता था कि उसके माता-पिता काम पर गए होंगे. सोमवार को, लड़की छुट्टी के कारण घर पर अकेली थी. जब वह घर से चोरी करने की कोशिश कर रहा था, तो लड़की ने उसे देख लिया और शोर मचा दिया. फिर लड़के ने उसकी हत्या कर दी. उसने उसे कम से कम 18 बार चाकू मारा और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह मर चुकी है, उसका गला काट दिया.

फोन से सीखा था ताले तोड़ने का तरीका

पुलिस ने लड़के की फोन की ब्राउजिंग हिस्ट्री जांची और पाया कि उसने ताले तोड़ने, घर में बिना देखे घुसकर भागने और तिजोरियों को तोड़ने जैसे सर्च किए थे. लड़की की कथित तौर पर हत्या करने के बाद, लड़का पड़ोस की एक दूसरी इमारत में छिप गया और कम से कम 15 मिनट तक छिपा रहा, फिर अपने घर लौटा. गुरुवार को एक व्यक्ति जिसने लड़के की संदिग्ध हरकतों को देखा था, लेकिन उस समय इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में उसने पुलिस को इसकी सूचना दी.

पुलिस को मिला था खून से सना चाकू

पुलिस लड़के के घर गई और उन्हें बताया गया कि वह स्कूल में है, जहां उसने उनसे बात करने से इनकार कर दिया. फिर पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा, जहां उन्हें खून से सना चाकू और कपड़े मिले. उन्हें एक कागज भी मिला जिस पर उसने लिखा था कि ताले तोड़कर घरों में घुसने की धमकी दी थी. पत्र के अंत में पेंसिल से ‘मिशन डॉन’ लिखा था.

लड़की के पिता, जिन्होंने उसे खून से लथपथ पाया, उन्होंने पुलिस को बताया कि वह दोपहर करीब 12:30 बजे अपने बेटे के लिए दोपहर का खाना लेने घर आए थे, जो स्कूल गया हुआ था. उन्होंने कहा कि दरवाजा आधा खुला था. उनकी पत्नी, जो एक मेडिकल लैब में काम करती हैं, सुबह करीब 11 बजे घर से निकली थीं.

ऐसे हुआ गिरफ्तार

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली और पड़ोसियों से बात की. इसके बाद निष्कर्ष निकाला कि डिलीवरी करने वाले या कूरियर वाले इसमें शामिल नहीं हो सकते, क्योंकि उन्हें सोसाइटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया है, और निवासियों को अपने पार्सल लेने के लिए नीचे जाना पड़ता है. पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि किसी ऐसे व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया जो इस बच्ची के माता-पिता के काम के बारे में जानता था.

Advertisements
Advertisement