भीषण गर्मी में बासी खाना बना ज़हर, मऊगंज के पथरौड़ा गांव में एक ही परिवार के पांच लोग हुए बीमार, तीन की हालत नाजुक, रीवा रेफर

मऊगंज: नईगढ़ी विकासखंड के पथरौड़ा गांव में भीषण गर्मी के बीच बासी भोजन ने एक परिवार को अस्पताल पहुंचा दिया. छेदीलाल साकेत के परिवार ने सुबह बनाए गए चावल और सब्जी को सामान्य बर्तन में रखकर शाम को दोबारा खाया, जिसके बाद पांच लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, सभी को तेज उल्टियों और चक्कर की शिकायत होने लगी.

Advertisement

बीमार सदस्यों में 45 वर्षीय सुशीला साकेत, 21 वर्षीय किशन, 16 वर्षीय अच्छेलाल, 14 वर्षीय देवकी और 12 वर्षीय शिब्बू शामिल हैं, हालात बिगड़ने पर पड़ोसियों ने तत्परता दिखाते हुए सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नईगढ़ी पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया। जांच के बाद डॉक्टरों ने सुशीला, देवकी और शिब्बू की हालत गंभीर पाई और उन्हें बेहतर इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया.

तेज गर्मी के कारण भोजन हो गया विषाक्त

परिवार के अनुसार, सुबह बना खाना साधारण बर्तन में ढककर रखा गया था, अनुमान है कि, तेज गर्मी के कारण भोजन विषाक्त हो गया, जिससे यह दुर्घटना हुई, डॉक्टरों का कहना है कि, गर्मियों में बासी भोजन में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे फूड पॉयजनिंग की आशंका बढ़ जाती है. ताजा जानकारी के अनुसार, सभी मरीज अब खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है, इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा और गर्मियों में खाने की देखभाल को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बचे हुए भोजन को सुरक्षित तरीके से स्टोर करें और बहुत ज़्यादा गर्मी में ताजा खाना ही सेवन करें.

Advertisements