बहरोड़: शाहजहांपुर पुलिस ने सांसेड़ी और जोनायचा खुर्द गांव के इलाकों में दो अलग-अलग गांवों के कुओं से 21 सितंबर को दो शव बरामद किए थे. पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान बलिया (उत्तर प्रदेश) निवासी अशोक सिंह और उनके प्रतिष्ठान पर कार्यरत मिस्त्री विकास कुमार के रूप में हुई है. अशोक सिंह बलिया में बजाज टू-व्हीलर एजेंसी चलाते थे. कोटपूतली बहरोड़ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने आज शुक्रवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शाहजहांपुर डबल मर्डर केस का सनसनीखेज खुलासा किया है.
उनके भाई आईआरएस अफसर निर्भय नारायण सिंह ने 21 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनका भाई लापता है. अशोक सिंह को जनरेटर की जरूरत थी और उन्होंने ऑनलाइन सर्च के जरिए जयपुर में सस्ते जनरेटर मिलने की जानकारी पाई. इसके बाद वे बिना परिवार को बताए जयपुर चले गए और अपने मिस्त्री विकास कुमार को भी मौके पर बुला लिया. परिवार द्वारा कई बार फोन करने के बावजूद जब संपर्क नहीं हो पाया, तब पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की. लोकेशन पहले कोटपूतली और बहरोड़ में मिली, फिर अंत में शाहजहांपुर क्षेत्र में स्थिर हो गई. इसी आधार पर पुलिस ने तलाशी शुरू की.
शव कुओं से निकाले गए
इसी बीच शाहजहांपुर पुलिस को जौनायचाखुर्द और सांसेडी गांव के कुओं से दुर्गंध आने की सूचना मिली. पुलिस और विशेषज्ञ टीम ने क्रेन की मदद से शव बाहर निकाले. सांसेडी गांव से मिला शव अशोक सिंह का था. जौनायचाखुर्द गांव से मिला शव विकास कुमार का था. दोनों शवों को शाहजहांपुर सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. पुलिस ने जांच में खुलासा किया कि हत्या के बाद शव कुओं में फेंके गए थे.
साइबर फ्रॉड से जुड़ा मामला
एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि यह मामला OLX जैसे एप से हुई ठगी से जुड़ा है. एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि अशोक और विकास को सस्ते जनरेटर देने का झांसा देकर जयपुर बुलाया गया. इसके बाद वहां से आरोपियों ने उन्हें गाड़ी में बैठाया और नारनौल की तरफ घुमाते रहे. कोटपूतली बहरोड़ एसपी देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि व्यापारी अशोक कुमार मिस्त्री विकास दोनों 19 सितंबर को जनरेटर खरीदने के लिए जयपुर आ गए जहां से व्यापारी अशोक विकास को आरोपियों के द्वारा 20 सितंबर को नारनौल हरियाणा बुलाया.
नारनौल से आरोपी मंजीत उर्फ बोहरा व नितिन उर्फ खोटा बोलेरो गाड़ी से अशोक व विकास को अपने साथ लेकर आए. आरोपी अजीत कुमार, इंद्रजीत ,राकेश, नरवीर राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर कैंपर गाड़ी लेकर मिले. सभी आरोपी व्यापारी अशोक कुमार और उसके मिस्त्री विकास को बंधक बनाकर जखराना की पहाड़ियों में ले गए. पहाड़ियों में ले जाकर व्यापारी अशोक और उसके मिस्त्री विकास को डरा धमका कर रुपयों की मांग की.
व्यापारी अशोक कुमार के दो मोबाइल फोन की जांच करने पर आरोपियों को उसके विभिन्न बैंक खातों में भारी राशि होने का पता चला. इसके बाद उन्होंने अशोक के मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड जबरन अपने कब्जे में ले लिए और उसे अपने अन्य साथियों के साथ गुरुग्राम भेज दिया. वहां आरोपियों ने मिलकर अशोक कुमार के बैंक खातों से विभिन्न माध्यमों से करीब 7 लाख रुपये की निकासी कर ली.
जब अशोक कुमार ने अपने एक अन्य खाते की यूजर आईडी और पासवर्ड देने से इनकार किया, तो आरोपियों ने उसके साथी विकास के साथ मिलकर अशोक के साथ मारपीट की और 21 सितंबर की तड़के करीब 2:30 से 3:00 बजे के बीच गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
आरोपियों ने जखराना के पास अशोक कुमार और उसके साथी विकास की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद दोनों शवों को करीब 50 किलोमीटर दूर शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग कुओं में ले जाकर फेंक दिया गया.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अजीत कुमार (33)उर्फ दाना पुत्र वीरेंद्र सिंह यादव निवासी जखराना थाना बहरोड़ सदर, इंद्रजीत (27)उर्फ कोतवाल पुत्र लीलाराम यादव निवासी जटगांवडा थाना बहरोड़ सदर, राकेश यादव (38)उर्फ टकली पुत्र ओमप्रकाश निवासी शाहजहांपुर पुलिस थाना शाहजहांपुर, नरवीर यादव (27) उर्फ कालिया पुत्र नाहर सिंह निवासी नायसराना पुलिस थाना बहरोड सदर, मंजीत यादव (21)उर्फ बोहरा पुत्र प्रदीप कुमार निवासी गुवाना बहरोड़ सदर, नितिन (21)उर्फ खोटा पुत्र तपेश उर्फ बिल्लू निवासी गुवाना बहरोड़ सदर को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार आरोपी अजीत उर्फ दानसिंह पर बहरोड़,शाहजहांपुर, नीमराना, बहरोड़ सदर में विभिन्न धाराओं में नौ मामले दर्ज हैं जबकि इंद्रजीत उर्फ कोतवाल पर भी नौ मामले दर्ज है. राकेश उर्फ टकली पर शाहजहांपुर ,मुंडावर थाने में चार मामले दर्ज हैं वहीं मंजीत उर्फ बोहरा पर नारनौल में मामला दर्ज है.