सूरत के पास वडोदरा में रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ के मामले में सूरत पुलिस की एलसीबी टीम ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीन लोगों में सुभाष पोद्दार लाइनमैन, एक और सरकारी कर्मचारी सहित एक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी शामिल है. सुभाष पोद्दार ने ही ट्रेक से फिश प्लेट और पेडलॉक निकलने की जानकारी रेलवे अधिकारियों को दी थी.
दरअसल, 21 सितंबर की सुबह सूरत के पास वडोदरा जिले में रेलवे ट्रैक का फिश प्लेट और चाबी खोलकर अप ट्रैक पर रख दी गई थी. इससे बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन समय रहते डिप्टी स्टेशन सुपरिटेंडेंट की-मैन ने की-मैन सुभाष कुमार को अलर्ट किया. इसके बाद ट्रैक की जांच की गई और पाया गया कि किसी ने रेल को डिरेल करने के लिए यह साजिश रची थी. जानकारी मिलते ही ट्रेन की आवाजाही रोकी गई और ट्रैक को दुरुस्त किया गया.
मामले में SP ने कही ये बात
सुरत ग्रामीण SP ने बताया कि सूरत के कीम और कोसंबा रेलवे स्टेशन के बीच 21 सितंबर की सुबह पांच बजे के बाद डेढ़ किलोमीटर अप ट्रेक पर फिश प्लेट निकाली गई थी. जांच के लिए बनी टीम में एनआईए टीम भी जुड़ी. मामले में सुभाष पोद्दार, मनीष मिस्त्री और शुभम जायसवाल को गिरफ्तार किया गाय है, जो ट्रैक पर मेंटेनेंस का काम करता है.
#WATCH | Hitesh Joysar, SP, Surat Rural says, " On 21st September, an attempt was made to derail train near Kim railway station…16 teams of Police were formed to investigate the case…drone was also used…we spoke to people…NIA, Gujarat ATS and other agencies were also part… pic.twitter.com/cXlVNxd6Cb
— ANI (@ANI) September 23, 2024
इनाम पाने के लिए रची साजिश
उनके फोन की भी जांच की थी. मगर, वे लोग वीडियो डिलीट कर दिए थे. सुभाष के कहने पर मनीष ने पटरी की फिश प्लेट निकाल लिया था. यह काम उन लोगों ने प्रसिद्धि और इनाम पाने के लिए किया था. सुभाष पिछले 9 साल से रेलवे में काम कर रहा है. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें उम्रकैद और फांसी तक हो सकती है. मनीष के फोन से जो फोटो डिलीट हुए थे वह सुबह 2.57 मिनट के थे, जबकी शिकायत के वक्त 5 बजे बाद का बताया गया था. इससे पुलिस को शंका हुई और पुलिस ने पूछताछ की जिसमें सारी बातें सामने आई.