अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर विवाद मामले में याचिकाकर्ता और हिंदी सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकी वाले फोन कॉल आए हैं. विष्णु गुप्ता को ‘सिर कलम करने’ की धमकी दी गई है. उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है.
विष्णु गुप्ता के मुताबिक धमकी देने वाला एक कॉल कनाडा से आया है और दूसरा भारत से है. धमकी देने वाला बोल रहा था कि ‘तेरा सिर कलम कर दिया जाएगा. गर्दन काट दी जाएगी. तूने अजमेर दरगाह का केस फाइल करके बहुत बड़ी गलती कर दी है’.
‘हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं’
उन्होंने धमकी देने वाले की शिकायत नई दिल्ली जिले के थाना बाराखंबा रोड में दर्ज कराई है. विष्णु गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराने के बाद कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि हम ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं. हम कानून के तहत काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अपनी बात कहने और अपने मंदिर पर दावा करने के लिए कोर्ट जाना हमारा अधिकार है. हम कोर्ट के माध्यम से अपने मंदिरों को वापस लेकर रहेंगे. अजमेर में वो दरगाह संकट मोचन महादेव मंदिर था, है और रहेगा.
क्या है पूरा मामला?
राजस्थान के अजमेर की कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गई है, जिसमें ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया गया है. ये याचिका हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता की ओर से दाखिल की गई थी. मामले में अजमेर कोर्ट ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय, दरगाह कमेटी और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को नोटिस भी जारी किया है.
इस मामले पर 20 दिसंबर को अगली सुनवाई होगी. याचिका सितंबर में दाखिल की गई थी. इसमें कहा गया है कि अजमेर शरीफ की दरगाह में शिव मंदिर है. याचिका में फिर से पूजा शुरू करने के निर्देश देने की मांग की गई है.